CG Monsoon Alert: छत्तीसगढ़ में जमकर बारिश हो रही है। बारिश के चलते प्रदेश के कई इलाकों में भारी तबाही देखने को मिल रही है। कोरबा में भारी बारिश की वजह से बुधवार को SECL की कुसमुंडा माइंस में पानी भर गया है। इसके चलते अंदर ही गाड़ी और अन्य संसाधन फंस गए। कोयला उत्पादन प्रभावित हुआ, इससे करोड़ों का नुकसान हुआ है.
प्रदेश में आज भी भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने प्रदेश में आज भी भारी बारिश की संभावना जताई है। बुधवार को भी जोरदार बारिश हुई। वहीं सरगुजा संभाग के अंबिकापुर इलाके में सूखा जैसे हालात हैं। मौसम वैज्ञानिक डॉ. गायत्री वाणी ने जानकारी दी कि बंगाल की खाड़ी में मजबूत सिस्टम (CG Monsoon Alert) एक्टिव है।
यह सिस्टम ओडिशा से होते हुए पूर्वी मध्य प्रदेश और उससे लगे छत्तीसगढ़ के ऊपर कम दबाव वाले क्षेत्र तक सक्रिय हो गया है। इसके चलते प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है।
बारिश से NMDC का मिट्टी का बांध टूटा
दंतेवाड़ा (Dantewara News) के किरंदुल में एनएमडीसी का 11 सी में बना बांध टूट गया। इससे किरंदुल शहर में तबाही मच गई । बांध के टूटते ही लोहे के पहाड़ के ऊपर पानी काफी फोर्स के साथ नीचे आने लगा, जो कि अपने साथ पहाड़ का मलवा साथ एनएमडीसी का जो लोह का चूरा उसे भी अपने साथ बहा कर लाया। करीब 100 से ज्यादा मकान-दुकान ढह गए
दुर्ग जिले में बाढ़ में फंसे 4 बच्चों समेत 12 लोगों का SDRF ने रेस्क्यू किया है। बालोद में मंगलवार को नाले में बहे 3 साल के बच्चे का शव बुधवार को मिला है। बच्चा आंगनबाड़ी गया था।
अंबिकापुर में भारी बारिश का इंतजार, डैम खाली
इधर छत्तीसगढ़ में दो तरह के हालात बने हुए हैं। जहां बस्तर और दुर्ग संभाग में भारी बारिश से तबाही मची हुई है। वहीं सरगुजा संभाग के अंबिकापुर में लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं। अंबिकापुर में हालात ऐसे हैं कि बांकी डैम में पानी ही नहीं बचा है। इसके साथ ही बिलासपुर संभा में भी अच्छी बारिश नहीं हुई है। इन इलाकों में खेत सूखे पड़े हुए हैं।
औसत बारिश का कोटा खाली
बता दें कि प्रदेश में सामान्य वर्षा से 12 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इधर बीजापुर में औसत बारिश से ज्यादा वर्षा हुई है। जहां 943.2 एमएम बारिश हो चुकी है जो कि औसत से 85 प्रतिशत अधिक है।
यह भी पढ़ें: रायपुर के नालंदा परिसर की तर्ज पर प्रदेश के 13 निकायों में बनेगी लाइब्रेरी: छोटे शहरों के युवाओं मिलेगा लाभ