UP BJP New District President Update: उत्तर प्रदेश बीजेपी ने जिलाध्यक्षों की नई सूची को फाइनल कर दिया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, 29 जिलाध्यक्षों को हटाया जाएगा और उनकी जगह नए नेताओं को मौका दिया जाएगा। इसके अलावा, भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे नेताओं को पार्टी से बाहर किया जाएगा।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि यह फैसला संगठनात्मक सुधार और पार्टी की छवि को मजबूत करने के लिए लिया गया है। उन्होंने कहा, “जो नेता भ्रष्टाचार या अन्य गलत गतिविधियों में शामिल पाए गए हैं, उन्हें पार्टी में कोई जगह नहीं दी जाएगी। हमारा फोकस ईमानदार और कर्मठ कार्यकर्ताओं को आगे लाने का है।
नई सूची 3 मार्च तक जारी की जाएगी
सूत्रों के मुताबिक, नई सूची 3 मार्च तक जारी की जाएगी। इस सूची में युवा और अनुभवी नेताओं को संतुलित तरीके से शामिल किया जाएगा। पार्टी का मानना है कि यह कदम 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले संगठन को मजबूत करने में मददगार साबित होगा।
इस बदलाव के पीछे पार्टी का उद्देश्य जनता के बीच अपनी विश्वसनीयता बनाए रखना और भ्रष्टाचार के आरोपों से दूर रहना है। पार्टी नेताओं का कहना है कि यह फैसला संगठन के भीतर अनुशासन बनाए रखने और नए नेतृत्व को मौका देने के लिए जरूरी था।
यह भी पढ़ें : Mahakumbh UP Police: महाकुंभ में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को सरकार का तोहफा, 10 हजार बोनस और 1 हफ्ते की छुट्टी
विरोध और करप्शन वाले बाहर हो जाएंगे
अंबेडकरनगर के जिलाध्यक्ष त्रयंबक तिवारी, रायबरेली के जिलाध्यक्ष बुद्धिलाल पासी का विरोध बहुत ज्यादा है। लखनऊ जिलाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह, फतेहपुर के जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल सहित अन्य जिलाध्यक्षों के खिलाफ कई शिकायतें हैं।
अंबेडकर नगर के जिलाध्यक्ष त्रयंबक तिवारी के व्यवहार को लेकर सभी जनप्रतिनिधि और पार्टी पदाधिकारी नाराज हैं। शिकायत है कि उनका कार्यकर्ताओं के साथ व्यवहार अच्छा नहीं है। वहीं, रायबरेली के जिलाध्यक्ष बुद्धिलाल पासी बुजुर्ग हैं। वह निर्धारित 60 साल की आयु सीमा पार कर चुके हैं। उन्हें राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह का आदमी माना जाता है। 6 पूर्व जिलाध्यक्ष भी उनके खिलाफ पत्र लिख चुके हैं।
यह भी पढ़ें: UP Lekhpal Corruption Case: कौशांबी के एक लेखपाल का रिश्वत लेते वीडियो वायरल, एसडीएम ने जांच के दिए आदेश
चुनाव के जातीय समीकरण साधेंगे
भाजपा में प्रदेश, क्षेत्र और जिलाध्यक्षों की नियुक्ति पंचायत चुनाव 2026 और विधानसभा चुनाव 2027 के जातीय समीकरण के मद्देनजर की जाएगी। चुनावों को देखते हुए सभी जातियों को संगठन में प्रतिनिधित्व दिया जाएगा।
25 हजार कार्यकर्ताओं को मिलेगा पद
भाजपा पदाधिकारी ने बताया कि संगठन में प्रदेश से लेकर मंडल तक की कार्यकारिणी और अग्रिम मोर्चे, प्रकोष्ठ और विभागों में 25 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं का संगठन में समायोजन हो जाएगा।