Janjgir Champa Lok Sabha Seat Result 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में छत्तीसगढ़ की जांजगीर-चांपा लोकसभा सीट के नतीजे आ चुके हैं. जांजगीर-चांपा लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी की उम्मीदवार कमलेश जांगड़े ने जीत दर्ज की है. जांगड़े के खिलाफ इस सीट से कांग्रेस के शिवकुमार डहरिया प्रतिद्वंद्वी रहे. जिन्हें कमलेश जांगड़े ने 57 हजार 521 से अधिक वोटों से हराया. कमलेश जांगड़े को अब तक 6 लाख 72 हजार से अधिक वोट हासिल किए, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी शिवकुमार डहरिया को 6 लाख 14 हजार से अधिक वोट मिले. 2019 के चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के गुहाराम अजगल्ले ने जीत दर्ज की थी.
पहली बार सांसद बनीं कमलेश जांगड़े
कमलेश जांगड़े जनवरी 2023 से सक्ती जिले की महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष हैं. कमलेश जांगड़े सक्ती जिले की मसनियां कला गांव की रहने वाली हैं. उन्होंने साल 2002 में विद्यार्थी परिषद संयोजक का दायित्व निभाया।. साल 2005 से जनवरी 2015 के बीच वे दो बार सरपंच रहीं. कलेक्टर ने कमलेश जांगड़े को उनके पहले कार्यकाल में जिले में सर्वश्रेष्ठ सरपंच का सम्मान भी दिया था.
कमलेश जांगड़े ने 2015 से 2020 तक प्रदेश महिला मोर्चा में विशेष आमंत्रित सदस्य और सरगुजा जिला में प्रभारी का दायित्व निभाया. साल 2020 में जांजगीर-चांपा में बीजेपी जिला उपाध्यक्ष रहीं. कमलेश जांगड़े हिंदी साहित्य में एमए और डीएड हैं. वह सतनामी समाज की हैं.
कांग्रेस ने पूर्व मंत्री डहरिया पर लगाया था दांव
शिव डहरिया का जन्म साल 1964 में रायपुर जिले के छछानपैरी गांव में हुआ. उन्होंने पारंपरिक खेती किसानी करते हुए उन्होंने BAMS आयुर्वेद चिकित्सा स्नातक की शिक्षा ली. शिव डहरिया ने कांग्रेस की विचारधारा से प्रेरित होकर साल 1989 से राजनीतिक क्षेत्र में काम करना शुरू कर दिया. अविभाजित मध्य प्रदेश में युवा कांग्रेस के महामंत्री सहित कई पदों पर रहे. साल 2000 में राज्य मंत्री का दर्जा मिला. डहरिया साल 2003 और 2008 में आरंग से विधायक बने. साल 2018 में कांग्रेस से चुनाव लड़कर भूपेश बघेल की सरकार मे नगरीय निकाय मंत्री के पद पर रहे.
जांजगीर-चांपा लोकसभा सीट का इतिहास
जांजगीर चांपा लोकसभा सीट के अस्तित्व में आने के बाद 1957 में यहां पहला चुनाव हुआ था. यह सीट 1974 तक कांग्रेस के पास रही. मदन लाल शुक्ला 1977 में जनता पार्टी से सांसद बने. इसके बाद कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा यहां से जीतती रही. इस सीट पर 2004 से लगातार बीजेपी का कब्जा है. यहां से करुणा शुक्ला 2004 में जीती और सांसद बनीं. इसके 2009 और 2014 में कमला देवी पाटले जीतकर दो बार सांसद रहीं. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के गुहाराम अजगल्ले ने कांग्रेस के रवि परसाराम भारद्वाज को 83,255 हजार वोटों से हराया था.
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