Bastar Lok Sabha Seat Result 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में छत्तीसगढ़ की आरक्षित सीट बस्तर के नतीजे आ चुके हैं. बस्तर लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी के उम्मीदवार महेश कश्यप ने जीत दर्ज कर ये सीट कांग्रेस से छीन ली है. कश्यप के खिलाफ इस सीट से कांग्रेस के कवासी लखमा प्रतिद्वंद्वी रहे. जिन्हें महेश कश्यप ने 54 हजार 408 से अधिक वोटों से हराया.
नतीजों के मुताबिक महेश कश्यप ने अब तक 4 लाख 53 हजार 596 वोट हासिल किए, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी कवासी लखमा को अब तक 3 लाख 99 हजार 188 वोट मिले. 2019 के चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के दीपक बैज ने जीत दर्ज की थी. बता दें कि अभी तक नतीजे की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.
हिंदूवादी संगठन से जुड़े रहे महेश कश्यप
महेश कश्यप (Mahesh Kashyap) सहज-सरल आदिवासी के रूप में जाने जाते हैं. उनकी छवि क्षेत्र में धर्मांतरण के खिलाफ लड़ने वाले नेता के तौर पर बनी. महेश का राजनीतिक बैकग्राउंड बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद जैसे हिंदूवादी संगठन से रहा है. उन्होंने ग्राम पंचायत सरपंच के रूप में राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की. साथ ही बस्तर में सरपंच संघ के अध्यक्ष भी रहे.
बाद में बीजेपी संगठन में पदाधिकारी बने. लेकिन कश्यप धर्मांतरण के मुद्दे पर एक आंदोलनकारी नेता के तौर पर जाने गए. वे बस्तर सांस्कृतिक सुरक्षा मंच के संयोजक भी हैं. उन्होंने इसी मंच के बैनर तले आदिवासियों के बीच रीति-रिवाज, जनजाति संस्कृति, धर्म-कर्म, परंपरा, हिंदुत्व और धर्मांतरण को लेकर सक्रिय हैं.
2023 विधानसभा चुनाव में बस्तर सीट से उनके नाम की भी चर्चा थी, हालांकि चर्चा को विराम लोकसभा चुनाव-2024 में लगा है.
6 बार के विधायक हैं कवासी लखमा
कवासी लखमा कोंटा सीट 6 बार के विधायक हैं. लखमा शिक्षित तो नहीं हैं, कांग्रेस के लिए लखमा बस्तर में एक करिश्माई नेता रहे हैं. लेकिन इस बार उनका जादू क्षेत्र की जनता के बीच चल नहीं सका. कांग्रेस हाईकमान ने बस्तर सीट से मौजूदा सांसद दीपक बैज को टिकट न देकर लखमा को उम्मीदवार बनाया था.
साल 1996 तक निर्दलीय उम्मीदवार जीतते रहे
यह सीट पहली बार साल 1952 में अस्तित्व में आई थी. 1952 लोकसभा चुनाव से लेकर साल 1996 तक इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जीतते रहे, लेकिन यहां के लोगों ने 1996 में निर्दलीय प्रत्याशी को चुना. वहीं साल 1998 से लेकर 2014 तक इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा. साल 2019 में यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार दीपक बैज के खिलाफ इस सीट से भाजपा (BJP) के बैदूराम कश्यप प्रतिद्वंद्वी रहे, जिन्हें बैज ने 38982 वोटों से हराया यह सीट अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित है.
यह भी पढ़ें: राजधानी में BJP का राज कायम: बीजेपी ने आठवीं बार जीता रायपुर, अब संसद की सीढ़ी चढ़ेंगे बृजमोहन अग्रवाल