हाइलाइट्स
-
आरोपी अनवर ढेबर और अरविंद सिंह बढ़ी रिमांड
-
आरोपी अरुण त्रिपाठी की भी रिमांड मंजूर
-
18 अप्रैल तक रिमांड में रहेंगे तीनों आरोपी
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामला: शराब घोटाले को लेकर आरोपियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. आरोपी अनवर ढेबर और अरविंद सिंह की रिमांड बढ़ा दी गई है. आरोपी अरुण त्रिपाठी की भी रिमांड मंजूर हो गई है. तीनों आरोपी 18 अप्रैल तक रिमांड में रहेंगे.
ACB – EOW ने तीनों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया था. ACB-EOW ने शराब घोटाला मामले में 4 अप्रैल को कारोबारी अनवर ढेबर और अरविंद सिंह को गिरफ्तार किया था. दोनों की शुक्रवार को दूसरी बार रिमांड खत्म हो गई है.
EOW-ACB ने रायपुर मेयर एजाज ढेबर के घर मारा छापा
EOW-ACB ने रायपुर मेयर एजाज ढेबर, अनवर ढेबर, अख्तर ढेबर और जुनैद ढेबर के घर छापा मारा है. 16 अधिकारी सुबह 6 बजे से दबिश देकर जांच में जुटे हैं. मामले में कई अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है.
ईओडब्ल्यू ने प्रदेश के 21 ठिकानों में दी थी दबिश
छत्तीसगढ़ में आबकारी घोटाले में ईओडब्ल्यू की टीम ने आबकारी अधिकारी, कारोबारी, सीए समेत प्रदेश के 21 ठिकानों में दबिश दी थी.
इस दौरान रायपुर के सदरबाजार, समता कॉलोनी, शंकर नगर, भिलाई-दुर्ग, बिलासपुर और राजनांदगांव में पुलिस के साथ टीम घर व दफ्तर भी पहुंची.
जहां रात 9 बजे तक लंबी जांच चली। इसके बाद टीम वापस लौट गई। इस दौरान टीम ने जिन मकानों में कोई भी नहीं मिला और रेड की है, वहां मकान को सील कर दिया गया है.
बता दें कि शराब घोटाला (CG Liquor Scam Case) मामले में ईओडब्ल्यू ने पहली गिरफ्तारी बीएसपी कर्मी अरविंद सिंह को अरेस्ट कर की.
वह पहले जेल में बंद था, जब बाहर आया तो ईओडब्ल्यू (EOW Raid) ने उन्हें अरेस्ट कर लिया. दूसरी गिरफ्तारी महाराष्ट्र जा रहे कारोबारी अनवर ढेबर की हुई. दोनों 12 अप्रैल तक रिमांड रखा है.
अब तीसरी गिरफ्तारी अरुणपति त्रिपाठी की गई है. बता दें कि तीनों आरोपियों को ईडी ने पहले गिरफ्तार किया है. जो कि जमानत पर बाहर आए थे.
यह भी पढ़ें: CG Teacher Eligibility Test: प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए सिर्फ इस डिप्लोमा से मिलेगा मौका, जानें कब होगी परीक्षा
नए सिरे से जांच करेगी ED
बता देें कि शराब घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से केस रद्द होने के बाद ED नए सिरे से जांच करेगी. इसके लिए एक नई ECIR दर्ज किया है. ED ने EOW में दर्ज FIR को आधार बनाया है. इसमें पूर्व आबकारी मंत्री, पूर्व मुख्य सचिव, दो रिटायर IAS, 35 आबकारी अधिकारी समेत 71 से ज्यादा लोगों को आरोपी बनाया गया है.