हाइलाइट्स
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मई 2023 में निलंबित आबकारी अधिकारी को ईडी ने किया था गिरफ्तार
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पहले हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट से हो गई थी जमानत याचिका खारिज
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ईडी ने 9 माह पहले एपी त्रिपाठी से की थी पूछताछ, जेल में थे बंद
बिलासपुर। CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ के सबसे बड़ा शराब घोटाला। जिसे लेकर विधानसभा चुनाव में भी पिछली कांग्रेस की सरकार पर जमकर आरोप लगे हैं।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) February 15, 2024
इस घोटाले के मामले में आबकारी विभाग के निलंबित अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी को बिलासपुर हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है।
बता दें कि जस्टिस गौतम भादुड़ी की सिंगल बेंच ने उनकी जमानत याचिका को मंजूर कर लिया है। जमानत याचिका पर बुधवार को सुनवाई की गई थी।
सुनवाई के बाद हाई कोर्ट (CG Liquor Scam) ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। जिस पर गुरुवार को ऑर्डर जारी किया गया है।
9 माह पहले हुई थी गिरफ्तारी
बता दें कि छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े शराब घोटाले (CG Liquor Scam) के उजागर हो जाने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की थी।
ईडी ने कई अफसरों और नेताओं को इस शराब घोटाले (CG Liquor Scam) में आरोपी बनाया है। इसके साथ ही कई नेताओं और अधिकारियों से पूछताछ की गई है।
इसी शराब घोटाले (CG Liquor Scam) मामले में मई 2023 में आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और शराब वितरण कंपनी सीएसएमसीएल के पूर्व एमडी अरुण पति त्रिपाठी को ईडी ने गिरफ्तार किया था।
ईडी की पूछताछ के बाद ईडी की विशेष अदालत ने इस अफसल को जेल भेज दिया था। जहां त्रिपाठी पिछले नौ माह से अधिक समय से बंद थे।
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पहले खारिज हो गई थी याचिका
बता दें कि निलंबित अफसर अरुणपति त्रिपाठी ने अपनी जमानत के लिए विशेष अदालत में जमानत अर्जी लगाई थी।
अर्जी त्रिपाठी ने अपने एडवोकेट के माध्यम से विशेष अदालत में जमानत अर्जी लगाई थी। इस अर्जी को अदालत ने खारिज कर दिया था।
इसके बाद त्रिपाठी ने हाई कोर्ट (CG Liquor Scam) और सुप्रीम कोर्ट में भी जमानत याचिका लगाई। यहां से भी उन्हें राहत नहीं मिली।
इसके बाद फिर से हाई कोर्ट में दोबारा से जमानत अर्जी लगाई। जिस पर सुनवाई के बाद हाई कोर्ट से बेल मिल गई है।
हाई कोर्ट ने बेल का आदेश सुनवाई के एक दिन बाद जारी किया है।
2000 करोड़ के घोटाले का आरोप
बता दें कि ईडी ने बताया था कि साल 2019 से 2022 तक 2000 करोड़ का अवैध धन शराब (CG Liquor Scam)के काम से पैदा किया।
इसे दुबई में अपने साथी विकास अग्रवाल के जरिए खपाया। ईडी ने मई 2023 में अनवर ढेबर को अरेस्ट किया था।
ईडी की ओर से जानकारी दी गई थी कि अनवर ढेबर ने अपने साथियों को परसेंटेज के अनुसार पैसे बांटे और बाकी की रकम को राजनीतिक संरक्षकों को दे दी है।