छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई बीते लगभग दो माह से जारी है। इस मामले में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कथित तौर पर कोयला लेवी घोटाले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की उपसचिव सौम्या चौरसिया, आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई समेत अन्य की 152 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की गई है। बता दें कि इससे पहले 11 अक्टूबर से राज्य के रायपुर, रायगढ़, महासमुंद और कोरबा समेत कई शहरों में छापेमारी की गई थी और 13 अक्टूबर को तब आईएएस अधिकारी विश्नोई, कारोबारी अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया था। तीनों को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था।
कथित अवैध कमीशन से जुड़ा है मामला
ईडी के सूत्रों के मुताबिक कि एजेंसी की यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ में ट्रांसपोर्टरों से कुछ व्यवसासियों और लोगों द्वारा कथित अवैध कमीशन के धन शोधन से जुड़ी है। प्रवर्तन निदेशालय ने 14 अक्टूबर को दावा किया था कि छत्तीसगढ़ में कोयला ढुलाई में बड़े पैमाने पर घोटाला हो रहा है, जिसके तहत कथित तौर पर अवैध कर वसूली की जा रही है।
पहले भी मारे थे छापे
बता दें कि इससे पहले सितंबर में आयकर विभाग ने राज्य में इस्पात और कोयला व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों के ठिकानों में पर छापे मारे थे। वहीं, इस साल जून-जुलाई में आयकर विभाग ने कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी के परिसरों और मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में तैनात एक अधिकारी के घर समेत कई जगहों पर तलाशी ली थी।