CG Diarrhea and Malaria Case: छत्तीसगढ़ में मलेरिया और डायरिया का प्रकोप छाया हुआ है. इस मामले को लेकर बिलासपुर हाईकोर्ट (Bilaspur High Court) में सुनवाई चल रही है. वहीं मुख्य सचिव ने बुधवार को हाईकोर्ट में जवाब पेश किया है. जवाब में कहा गया है कि शासन और प्रशासन मलेरिया और डायरिया कंट्रोल के लिए जुटकर कार्य कर रहा है. सभी प्रभावित क्षेत्रों में मरीजों का इलाज के लिए कैंप लगाए जा रहे हैं. इलाज और जांच के बाद दवा दी जा रही है. लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है.
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि मरीजों को इलाज से वंचित नहीं होना पड़ेगा. चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने निर्देश दिए कि कोई भी मरीज बिस्तर और दवा के अभाव में हॉस्पिटल से न लौटे. वहीं कोर्ट ने इलाज के लिए पर्याप्त इंतजाम करने और रोग फैलने से रोकने के लिए कार्य योजना प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए. अब इस मामले की अगली सुनवाई 13 अगस्त को होगी.
मलेरिया से दो भाइयों की मौत
बता दें कि बिलासपुर में मलेरिया (Chhattisgarh Diarrhea and Malaria Case) से दो भाइयों की मौत हो गई थी. बताया जा रहा है कि टेंगनमाड गांव के दोनों भाइयों ने झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराया था. इस बीच एक भाई ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, तो वहीं दूसरे भाई की घर पर ही मौत हो गई. मृतक कोटा-बेलगहना क्षेत्र के ग्राम टेंगनमाडा के रहने वाले थे.
उल्टी दस्त से बच्ची की मौत
इधर कोरबा के श्यांग इलाके में महामारी फैली. जहां उल्टी-दस्त से बच्ची की मौत (Chhattisgarh Diarrhea and Malaria Case) हो गई थी. फैली महामारी में 12 वर्षीय पहाड़ी कोरवा बालिका की मौत हो गई थी. पिछले दिनों एक और बच्चे की मौत हुई थी. गांव में हर घर में लोग बीमार हैं.
डायरिया से तीन ग्रामीणों की मौत
जांजगीर चांपा के कोसीर गांव में डायरिया (Chhattisgarh Diarrhea and Malaria Case) पैर पसार रहा है. डायरिया से 3 ग्रामीणों की मौत हो गई थी. 35 से ज्यादा को CHC पामगढ़ में भर्ती कराया गया था. स्वास्थ विभाग को घर-घर जाकर मरीजों का सर्वे करने निर्देश दिए गए हैं. वहीं कलेक्टर ने पीएचई विभाग के अधिकारियों को जल स्रोत की जांच करने एवं नालियों की साफ-सफाई करने के निर्देश दिए थे.