CG Land Registration Reform: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नवा रायपुर के एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में भूमि पंजीयन (Land Registration) से जुड़ी व्यवस्था में 10 क्रांतिकारी सुधारों की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने राजस्व विभाग (Revenue Department) की पूर्ववर्ती मनमानियों और भ्रष्टाचार पर जमकर हमला बोला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले लोग जमीन की रजिस्ट्री और नामांतरण (Mutation) के लिए महीनों तहसील के चक्कर काटते थे, लेकिन अब यह काम मिनटों में होगा।
पटवारी यमराज से भी बड़े हो गए थे: CM
मुख्यमंत्री साय ने पूर्व की व्यवस्था पर तंज कसते हुए कहा, “पटवारी यमराज से बड़े हो गए थे। जिंदा आदमी को मृत घोषित कर देते थे, फिर सुधार के लिए आदमी जीवनभर भटकता रह जाता था।” उन्होंने एक किस्सा सुनाते हुए बताया कि 1990 में विधायक बनने के बाद एक व्यक्ति उनसे मिलने आया था, जो 35 साल से नामांतरण के लिए केस लड़ रहा था, पर फैसला नहीं हुआ।
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अब नहीं भुगतेंगे गरीब किसान: CM
मुख्यमंत्री ने साफ किया कि अब राजस्व रिकॉर्ड की त्रुटियों का खामियाजा किसान या भूस्वामी नहीं भुगतेंगे। उन्होंने कहा कि “गलती कोई और करे और सजा कोई और भुगते, यह अब नहीं चलेगा।” नए सिस्टम में पंजीयन के साथ ही नामांतरण की प्रक्रिया तत्काल पूरी होगी, जिससे लोगों को अलग से दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
भ्रष्टाचार पर सख्त, डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा
साय ने कहा कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए सरकार ऑफलाइन प्रक्रिया को बंद कर ऑनलाइन सिस्टम लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि कोयला (Coal) और आबकारी (Excise) क्षेत्रों की तरह अब भूमि पंजीयन में भी सुधार (Reforms) लागू किया गया है। इससे भूमाफिया और बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी।
मोदी सरकार के विजन पर आगे बढ़ रही छत्तीसगढ़ सरकार
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म” (Reform, Perform, Transform) के मंत्र का जिक्र करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में तकनीक का बेहतर इस्तेमाल कर नागरिक सेवाओं को पारदर्शी और सुलभ बनाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जहां सुशासन एवं अभिसरण विभाग (Department of Good Governance and Convergence) बनाया गया है।