CG Rawatpura Medical College Scam: रायपुर के श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (Shri Rawatpura Sarkar Institute of Medical Sciences and Research) की मान्यता दिलाने में करोड़ों की रिश्वतखोरी (Bribery) के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सीबीआई (CBI) ने सिर्फ छह गिरफ्तारियों तक मामला सीमित नहीं रखा, बल्कि कुल 36 लोगों को इस घोटाले में आरोपी बनाया है।
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चेयरमैन से लेकर बड़े डॉक्टर और अधिकारी शामिल
सीबीआई की चार्जशीट के मुताबिक इस भ्रष्टाचार (Corruption) में संस्थान के चेयरमैन रविशंकर जी महाराज (Ravishankar Ji Maharaj), डायरेक्टर अतुल कुमार तिवारी (Atul Kumar Tiwari), एकाउंटेंट लक्ष्मीनारायण चंद्राकर (Laxminarayan Chandrakar) समेत बड़े नाम शामिल हैं। वहीं, मांड्या आयुर्विज्ञान संस्थान के प्रोफेसर डॉ. मंजुप्पा सीएन (Dr. Manjuppa CN), एनएमसी के निरीक्षण दल के डॉ. चैत्रा एमएस (Dr. Chaitra MS), डॉ. अशोक शेलके (Dr. Ashok Shelke), डॉ. सतीश, डॉ. पी. रजनी रेड्डी (Dr. P. Rajani Reddy) जैसे बड़े डॉक्टरों का नाम भी इसमें दर्ज है।
इसके अलावा, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) के अधिकारी जीतू लाल मीना (Jeetu Lal Meena), धर्मवीर (Dharmveer), पीयूष माल्यान (Piyush Malyan), राहुल श्रीवास्तव (Rahul Srivastava), अनूप जायसवाल (Anup Jaiswal) जैसे नाम भी चार्जशीट में दर्ज हैं।
तकनीकी कंपनियां और निजी कॉलेज भी घोटाले में शामिल
मेसर्स टेकइन्फी सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड (M/s Tekinfi Solution Pvt. Ltd.) के प्रोजेक्ट लीड आर रणदीप नायर (R. Randeep Nair) का नाम भी आरोपियों में है। राजस्थान के गीतांजलि यूनिवर्सिटी (Geetanjali University Udaipur), टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल स्टडीज (Tata Institute of Social Studies Mumbai), इंडेक्स मेडिकल कॉलेज (Index Medical College) और स्वामीनारायण आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान गांधीनगर (Swaminarayan Institute of Medical Science and Research Gandhinagar) जैसे संस्थानों के लोग भी इस मामले में फंसे हैं।
कैसे हुआ घोटाला उजागर?
सीबीआई को सूचना मिली थी कि निरीक्षण प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए मोटी रिश्वत दी जा रही है। जांच में खुलासा हुआ कि रिपोर्ट को पक्ष में मोड़ने के लिए डॉक्टरों और अधिकारियों को पैसे दिए गए। इसी कड़ी में पहले 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया और फिर जांच बढ़ते-बढ़ते 36 लोगों तक पहुंच गई।
क्या होगा अगला कदम?
मंगलवार को गिरफ्तार छह आरोपियों को स्पेशल कोर्ट (Special Court) में पेश किया गया। सीबीआई ने IPC की धारा 61(2) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention of Corruption Act) की धारा 7, 8, 9, 10 और 12 के तहत केस दर्ज किया है। अब सभी आरोपियों से पूछताछ होगी और जरूरत पड़ने पर और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
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