Bijapur Naxal Operation Controversy: बीजापुर जिले (District) में सुरक्षाबलों द्वारा चलाए गए एंटी नक्सल ऑपरेशन (Anti-Naxal Operation) में 22 नक्सलियों के मारे जाने के बाद सियासत तेज हो गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने इस पूरे मामले में सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार की बातें आपस में मेल नहीं खा रही हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछे सवाल
उन्होंने रायपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (CM Vishnu Deo Sai) ने 22 नक्सलियों के मारे जाने की बात कही, जबकि गृह मंत्री विजय शर्मा (Home Minister Vijay Sharma) ने कहा कि ‘संकल्प ऑपरेशन (Sankalp Operation)’ नाम का कोई अभियान चला ही नहीं।
अब कहा जा रहा है कि 20 नक्सली मारे गए हैं और 11 की पहचान हो चुकी है। ऐसे में शेष बचे 9 होने चाहिए, लेकिन अब सरकार कहती है 11 नक्सली बचे हैं, तो फिर दो कौन हैं?
बघेल का सरकार पर ये आरोप
भूपेश बघेल ने सवाल उठाया कि जिन शवों की पहचान हो चुकी है, उन्हें उनके परिजनों को क्यों नहीं सौंपा जा रहा? उन्होंने आरोप लगाया कि न तो आंकड़ों में स्पष्टता है और न ही मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के बयानों में कोई सामंजस्य। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में खुलकर सफाई देनी चाहिए।
सीएम साय का पलटवार
पूर्व मुख्यमंत्री के आरोपों का जवाब देते हुए सीएम विष्णुदेव साय (CM Vishnu Deo Sai) ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय क्या हुआ, ये जनता जानती है। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान भाजपा सरकार (BJP Government) ने नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई शुरू की है और अब यह अंतिम चरण में है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) का भी संकल्प है कि मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरे देश से खत्म कर दिया जाएगा। सीएम साय ने कहा, “हमारे सुरक्षाबल जिस तरह से डटे हैं, उससे साफ है कि हम अपने लक्ष्य में जरूर सफल होंगे।”