CG ACB Action: छत्तीसगढ़ एसीबी की टीम ने आज चार बड़ी कार्रवाई करते हुए रिश्वतखोर पांच कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। इनमें महासमुंद के उप पंजीयक सरायपाली, रायगढ़ के शासकीय शाला खम्हार के लिपिक, लोकपाल जनपद पंचायत पेंड्रा जीपीएम और कबीरधाम के बोडला के सहायक लेखाधिकारी जनपद पंचायत शामिल हैं।
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महासमुंद में उप पंजीयक लिली पुष्पलता बैग गिरफ्तार
भूपेन्द्र पटेल ने एन्टी करप्शन ब्यूरो, रायपुर में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पिता के नाम पर जमीन के दस्तावेज में हस्ताक्षर करने के लिए उप पंजीयक लिली पुष्पलता बैग सरायपाली, जिला महासमुंद ने 35,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता ने रिश्वत नहीं देने का फैसला किया और रिश्वत लेते हुए पकड़वाने का फैसला किया।
शिकायत के बाद, 12 सितंबर को ट्रेप आयोजित किया गया और आरोपी लिली पुष्पलता बैग और उसके सहयोगी शत्रुधन ताड़ी को 26,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। आरोपी के निवास स्थानों पर अनुपातहीन संपत्ति की तलाशी जारी है। यह पहली बार नहीं है जब लिली पुष्पलता बेग पर आरोप लगे हैं, इससे पहले भी उन पर पद के दुरूपयोग का मामला दर्ज किया गया था।
रायगढ़ में लिपि रिश्वत लेते पकड़ाया
ओमेन्द्र सिंह चौहान ने एन्टी करप्शन ब्यूरो के बिलासपुर कार्यालय (CG ACB Action) में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी पत्नी के सिर के ऑपरेशन के इलाज का मेडिकल बिल, जो लगभग 4 लाख रुपये का था, पिछले 3 महीनों से लंबित था। ओमप्रकाश नवरतन, सहायक श्रेणी-02, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला, खम्हार, जिला रायगढ़ ने बिल पारित कराने के लिए 25,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।
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शिकायतकर्ता ने रिश्वत नहीं देने का फैसला किया और रिश्वत लेते हुए पकड़वाने का फैसला किया। शिकायत के बाद, 12 सितंबर 2024 को ट्रेप आयोजित किया गया और आरोपी ओमप्रकाश नवरतन को 25,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।
पेंड्रा में घूसखोर लोकपाल गिरफ्तार
रोशन सराफ, प्रोग्राम ऑफिसर ने एन्टी करप्शन ब्यूरो के बिलासपुर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि लोकपाल वेद पाण्डेय ने तालाब खुदाई के मामले की जांच में रिश्वत मांगी थी। वेद पाण्डेय ने जांच पूरी करने और नस्तीबद्ध करने के लिए 25,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।
शिकायतकर्ता ने रिश्वत नहीं देने का फैसला किया और रिश्वत लेते हुए पकड़वाने का फैसला किया। शिकायत के बाद, ट्रेप आयोजित किया गया और आरोपी वेद पाण्डेय को 25,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। यह पहली बार नहीं है जब वेद पाण्डेय पर आरोप लगे हैं, इससे पहले भी उन पर अवैध वसूली के आरोप लगे थे और उन्हें बर्खास्त भी किया गया था।
कबीरधाम में सहायक लेखाधिकारी रिश्वत लेते पकड़ाया
मोती बैगा ने एन्टी करप्शन ब्यूरो के रायपुर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि सहायक लेखाधिकारी नरेन्द्र कुमार राउतकर ने आंगनबाडी भवन कार्य के लिए स्वीकृत धनराशि की अगली किश्त जारी करने के लिए 1 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता ने रिश्वत नहीं देने का फैसला किया और रिश्वत लेते हुए पकड़वाने का फैसला किया।
शिकायत के बाद, 12 सितंबर को ट्रेप आयोजित किया गया और आरोपी नरेन्द्र कुमार राउतकर को 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। यह पहली बार नहीं है जब नरेन्द्र कुमार राउतकर पर आरोप लगे हैं, इससे पहले भी उन पर अन्य ग्राम पंचायतों के सरपंचों से 1-1 लाख रुपये लेने के आरोप लगे थे। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है।