हैदराबाद, 19 जनवरी (भाषा) भारत बायोटेक को कोविड-19 के अपने टीके ‘कोवैक्सीन’ की 45 लाख अतिरिक्त खुराकों के लिए केंद्र से आशय पत्र मिला है।
सूत्रों ने बताया कि इन 45 लाख खुराकों में से आठ लाख से अधिक खुराक मॉरीशस, फिलीपीन और म्यामां जैसे मित्र देशों को सद्भावना के तौर पर नि:शुल्क दी जाएंगी।
उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी पहले ऑर्डर की गई 20 लाख खुराकों को भी यहां से कुछ ही दिन में भेजेगी।
सूत्रों ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा, ‘‘कंपनी को कोवैक्सीन की अतिरिक्त 45 लाख खुराकों की आपूर्ति के लिए हाल में आशय पत्र दिया गया है।’’
उन्होंने कहा कि मंत्रालय जब कंपनी को ऑर्डर देगा, तब खुराकों की आपूर्ति की जाएगी।
सूत्रों ने कहा कि सरकार से 55 लाख खुराकों का ऑर्डर मिलने के बाद भारत बायोटेक ने टीकों (हर शीशी में 20 खुराक) की पहली खेप गन्नवरम (विजयवाड़ा), गुवाहाटी, पटना, दिल्ली, कुरुक्षेत्र, बेंगलुरु, पुणे, भुवनेश्वर, जयपुर, चेन्नई और लखनऊ भेजी थी।
भारत बायोटेक ने कहा कि उसने भारत सरकार को 16.5 लाख खुराक दान की हैं।
सूत्रों ने बताया कि कंपनी की ओर से आपूर्ति सरकार के ऑर्डर पर निर्भर करती हैं।
उन्होंने बताया, ‘‘यह एक सामान्य निविदा नहीं है जिसमें सामान की आपूर्ति के लिए समयसीमा होती है। ऑर्डर की आपूर्ति थोड़ा-थोड़ा करके की जाएगी।’’
उन्होंने बताया कि सभी खुराकों को एक ही बार में भेजना अनेक वजह से संभव नहीं है। आपूर्ति मंत्रालय के कहने पर की जाएगी।
केंद्र सरकार हर पखवाड़े टीका निर्माताओं तथा अन्य पक्षकारों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक करती है और यह सुनिश्चित करती है उचित आपूर्ति श्रंखला प्रबंधन कायम है।
सूत्रों ने बताया, ‘‘ये खुराकें (करीब आठ लाख) जो कंपनी ने विभिन्न देशों में भेजने का वादा किया है उस पर विदेश मंत्रालय निगरानी रखेगा।’’
कोवैक्सीन के आपात स्थिति में सीमित इस्तेमाल की मंजूरी दी गयी है। केंद्रीय लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने जनहित में टीके के आपात स्थितियों में पूरे एहतियात के साथ इस्तेमाल और इसकी बिक्री एवं वितरण की अनुमति दी है।
कोवैक्सीन पूरी तरह से स्वदेश विकसित कोविड-19 टीका है, जिसे भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान ने संयुक्त रूप से बनाया है।
भाषा मानसी वैभव मनीषा माधव
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