CBSE Board Exam: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अगले साल यानी 2026 से 10वीं बोर्ड की परीक्षाएं एक साल में दो बार आयोजित करने का फैसला किया है। यह निर्णय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की बुधवार को सीबीएसई बोर्ड सचिव और अन्य शिक्षाविदों के साथ हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में लिया गया। इसके अलावा, बोर्ड 2026-27 शैक्षणिक सत्र के लिए नया पाठ्यक्रम (सिलेबस) भी जारी करने की योजना बना रहा है।
योजना की पृष्ठभूमि और क्रियान्वयन
बोर्ड ने इस योजना को 2024 में तैयार किया था। अब 2026 से इसे लागू करने की तैयारी है। शिक्षा मंत्रालय ने मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व में सीबीएसई अधिकारियों, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद, केंद्रीय विद्यालय संगठन और नवोदय विद्यालय समिति के प्रमुखों के साथ एक बैठक आयोजित की। इस बैठक में नए प्रस्तावों पर गहन विचार-विमर्श किया गया, जो अगले सोमवार को सार्वजनिक परामर्श के लिए जारी किए जाएंगे।
छात्रों के लिए विकल्प
साल में दो बार बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने की नई नीति लागू होने के बाद, छात्रों के लिए दोनों परीक्षाओं में शामिल होना वैकल्पिक होगा। छात्र अपनी सुविधानुसार किसी भी प्रयास में बोर्ड परीक्षा दे सकेंगे। इस प्रक्रिया को इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम) की तर्ज पर डिजाइन किया गया है, जहां छात्रों को साल में दो बार परीक्षा देने का अवसर मिलता है।
एक अधिकारी के अनुसार, इस नई प्रणाली का उद्देश्य छात्रों को रटने के बजाय समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करना है। इसके अलावा, सीबीएसई 2026-27 शैक्षणिक वर्ष से अपने 260 विदेशी स्कूलों के लिए एक वैश्विक पाठ्यक्रम भी शुरू करेगा।
शिक्षक प्रशिक्षण और एग्जाम में सुधार
सीबीएसई इस नए मूल्यांकन मॉडल को सुचारू रूप से लागू करने के लिए शिक्षक प्रशिक्षण में भी निवेश कर रहा है। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इन सुधारों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह एक तनावमुक्त शिक्षण वातावरण बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
छात्रों के लिए लाभ
सीबीएसई के अनुसार, इस नई योजना से छात्रों को साल में दो बार परीक्षा देकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा। यह सुधार राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य छात्रों पर से बोर्ड परीक्षाओं का दबाव कम करना और उन्हें तनावमुक्त रखना है।
12वीं कक्षा के लिए कैलेंडर डिजाइन
सीबीएसई को 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए एक ऐसा कैलेंडर तैयार करना होगा, जिसमें साल में दो बार पूरे पाठ्यक्रम के साथ बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जा सकें और साथ ही 12वीं के बाद स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया पर कोई प्रभाव न पड़े। शिक्षा मंत्रालय के निर्देशानुसार, सीबीएसई अगस्त 2024 से ही इसके लिए व्यवस्थित तरीके से योजना बना रहा है।
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