रांची। देश के बहुचर्चित चारा घोटाले के सबसे बड़े केस में CBI कोर्ट ने लालूप्रसाद यादव को दोषी करार दिया है। 950 करोड़ रुपये के इस घोटाले में सबसे बड़ा केस डोरंडा ट्रेजरी का ही था इसमें 139.35 करोड़ रुपये का गबन हुआ था।
समर्थकों में छाई मायूसी
जैसे ही CBI की विशेष अदालत ने RJD सुप्रीमो पर अपना फैसला सुनाया उनके समर्थकों में मायूसी छा गई। इससे पहले चारा घोटाले के 4 मामलों में भी लालू को दोषी माना गया है। इनमें देवघर के एक, दुमका ट्रेजरी की दो अलग-अलग धारा और चाईबासा ट्रेजरी से संबंधित दो मामलों में लालू दोषी माने गए हैं।
लालू जमानत पर बाहर थे
इन सभी मामलों में लालू जमानत पर बाहर थे, लेकिन मंगलवार को कोर्ट के आए इस फैसले से उन्हें एक बार फिर जेल जाना होगा जबकि इस मामले में कोर्ट 21 फरवरी को सजा सुनाएगा। डोरंडा ट्रेजरी से 139.35 करोड़ रुपए की अवैध निकासी या ये मामला 1990-92 के बीच का है।
दिल्ली से स्कूटर पर आए सांड़
दरअसल, पशुओं को फर्जी तरीके से स्कूटर पर ढोने की कहानी है। CBI की जांच में ये पाया गया कि अफसरों और नेताओं ने मिलकर घोटाले का अनोखा फॉमुर्ला तैयार किया। 400 सांड़ हरियाणा और दिल्ली से स्कूटर और मोटरसाइकिल के जरिए रांची तक लाए गए थे ताकि बिहार में अच्छी नस्ल की गाय और भैंसे हो सके।