Single Parent Baby Adopt Rules : भारत में ऐसे कई दंपती है जिनकी कोख सूनी है, ऐसे में वह बच्चा गोद लेते है। भारत में बच्चे को गोद लेने के कई नियम बनाए गए है। सरकार ने कानून और नियम इसलिए बनाया गया है ताकि बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया आसान हो सके। लेकिन कई बार बच्चा गोद लेने के नियमों की जानकारी के अभाव में कई लोग गलत तरीके से बच्चा ले तो लेते है। लेकिन बाद में ऐसे लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बच्चा गोद लेने कि लिए नियम आदाजी के बाद बना दिए गए थे। बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए 2015 में नियमों में बदलाव किया गया था। सरकार ने इसके लिए राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर पर एजेंसियों का गठन किया है। अब आपको बच्चे को गोद लेने के नियम के बारे में बताते है।
ऐसे लोग ले सकते है बच्चा गोद
नियमों के अनुसार ऐसे माता पिता बच्चा गोद ले सकते है जो शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से सक्षम हो, ऐसे माता-पिता जिन्हें कोई जानलेवा बीमारी नहीं हों, ऐसे लोग बच्चा गोद ले सकते है। लेकिन हां बच्चा गोद लेने से पहले उन्हें कई शर्तो को पूरा करना होता है। ऐसे पैरेंट्स जिनका वैवाहिक जीवन कैसा भी हो चाहे उनकी संतान हो या नहीं हो ऐसे पैरेंट्स बच्चा गोद ले सकते है। अगर बच्चा गोद लेने वाला पैरेंट्स शादीशुदा हैं, तो वह बच्चा गोद ले सकते है। लेकिन इसके लिए दोनों की सकमति होना आवश्यक है। एक महिला जिसका पति नहीं है तो ऐसी महिला लड़का या लड़की गोद ले सकती है। लेकिन सिंगल पुरूष सिर्फ लड़का ही गोद ले सकते है।
गोद के लिए शादी के दो साल जरूरी
गोद लेने वाले लोगों के लिए आयु का भी प्रावधान रखा गया है। चार साल तक के बच्चे को गोद लेने वाले पैरेंट्स की आयु अधिकतम 90 साल और सिंगल पैरेंट की अधिकतम आयु 45 साल रखी गई है। इसी तरह 4 से 8 साल तक के बच्चे को गोद लेने के लिए आयु 100 साल और सिंगल पैरेंट के लिए 50 साल और 8 से 18 साल के बच्चे को गोद लेने की अधिकतम मिश्रित आयु 110 साल और सिंगल पैरेंट के लिए 55 साल है। लेकिन हां अगर आप रिश्तेदारी में ही बच्चा गोद लेना चाहते है, तो इसके लिए उम्र की सीमा नहीं है। इसके अलावा तीन से अधिक बच्चे वाले माता-पिता बच्चा गोद नहीं ले सकते है। लेकिन इसके लिए उन्हें विशेष अनुमति लेनी होती है।
क्या सिंगल पुरुष ले सकते है गोद?
सिंगल पुरूष के लिए बच्चा गोद लेना थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे लोगों के लिए स्पेशलाइज्ड एडोप्शन एजेंसी पर आवेदन देना होता है। इसके लिए पुरूष की आयु सीमा 25 साल होना चाहिए। लेकिन सिंगल पुरुष लड़की को गोद नहीं ले सकता है। स्पेशलाइज्ड एडोप्शन एजेंसी में आदेवदन के बाद एजेंसी आपके बारे में पूरी जांच पड़ताल करेगा। जिसमें एजेंसी यह जांच करती है कि आप घर में अकेले रहते है। तो आपको बच्चा नहीं मिलेगा। आपकी मानसिक, शारीरिक, आर्थिक स्थिति की भी जांच की जाती है। इसके अलावा यह भी निर्भर करता है कि आपके घर में कितने सदस्य है। अगर आप आया के भरोसे बच्चा गोद लेना चाहते है तो ऐसे लोगों को बच्चा नहीं दिया जाता है। लेकिन हां इसके लिए आपको आया रखने की वजह बतानी होगी। इसके बाद सारे मानदंडों पर खरा उतरने के बाद ही एजेंसी आपको बच्चा गोद देगी लेकिन इसके बाद भी आपको बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया में दो साल लग जाएंगे। बच्चा मिलने के बाद दो साल तक एजेंसी आपके घर आएगी और बच्चे की परवरिश की जांच करेंगी। ऐसे में अगर बच्चे की परवरिश सही नहीं रही तो एजेंसी आपसे बच्चा वापस ले जाएगी।