बुरहानपुर: कोरोना संक्रमण रोकने में बुरहानपुर आदर्श जिला साबित हुआ है। यहां संक्रमण के मामले भी कम है और मृत्यु दर भी। मगर इसका फायदा कुछ लोग उठा रहे है। आक्सीजन सिलेंडर की धडल्ले से कालाबाजारी हो रही है जो कोरोना काल की सबसे ज्यादा जरूरत है और प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं है।
आप जो ये दुकान देख रहे हैं, ये बुरहानपुर में ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई करने वाली दुकान है। यानी अस्पतालों में आक्सीजन की सप्लाई इसी महालक्ष्मी ट्रेडर्स के जरिए होती है। वेंडर के पास जो भी सिलेंडर आते है उन्हें जस का तस अस्पतालों में सप्लाई करना होता है लेकिन यहां चल रहा है गोरखधंधा। जो सिलेंडर आते है उनकी गैस को छोटे सिलेंडर में रिफिलिंग की जाती है। बीच शहर में ये काम किया जा रहा है जिससे सिलेंडर फटने का खतरा है। मगर वेंडर का दावा है कि सिलेंडर फटता नहीं है।
खास बात ये है कि बड़े सिलेंडर की कीमत 350 रु. है और रिफिलिंग के बाद छोटे सिलेंडर को 500 रु. में बेचा जा रहा है यानि खुलेआम कालाबाजारी हो रही है। बीच शहर में ऐसा गोरखधंधा चल रहा है। अधिकारियों को इसबारे में जानकारी नहीं है।
अब कोरोना काल में आक्सीजन की सबसे ज्यादा जरूरत है। बुरहानपुर में कोरोना संक्रमण रोकने में प्रशासन कामयाब हुआ है। यहां मृत्यु दर भी बेहद कम है इसलिए आक्सीजन की मरीजों को ज्यादा जरूरत पड़ी नहीं। लिहाजा प्रशासन का इस तरफ ध्यान नहीं है और इसका फायदा कहीं ना कहीं उठाया जा रहा है।