Bullet Train In India: भारतीय रेलवे द्वारा जहां पर यात्रियों की सहूलियत के लिए कई नए काम और बदलाव आते रहते है क्या आपको याद हैं हाईस्पीड ट्रेनों में वंदे मातरम के बाद अब बुलेट ट्रेन का सफर भी यात्रियों को मिलने वाला है यहां पर सोमवार को रेलवे मंत्रालय ने मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलने वाली देश की पहली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर जानकारी दी कि, यह ट्रेन का काम अब काफी तेज हो गया है।
जानिए क्या दी रेलवे ने दी जानकारी
यहां पर रेलवे मंत्रालय ने बीते दिन सोमवार को Bullet Train Project के प्रोग्रेस के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए महाराष्ट्र में 98 फीसदी से अधिक जमीन का अधिग्रहण कर लिया है. रेल मंत्रालय ने कहा कि 118 किलोमीटर से अधिक की दूरी के लिए जमीनी ढांचा तैयार किया जा रहा है और बुलेट ट्रेन स्टेशन के निर्माण का काम भी शुरू हो गया है। बता दें कि, भूमि को लेकर परियोजना में दिक्कते आ रही थी। यहां पर भूमि अधिग्रहण की बात की जाए तो, गुजरात: 98.87%, डीएनएच: 100%, महाराष्ट्र: 98.22% का अधिग्रहण किया गया है।
Bullet Train Progress (as on 13.12.22):
AdvertisementsPhysical Progress (as on 30.11.22)- 24.10%
Gujarat: 29.78%
Maharashtra:13.26%Completed work in Gujarat:
-Number of Piles– 28,293
-Pier work- 118km
-15.7 km Girders launched
November had the highest foundation casting at 14.36km
(1/2) pic.twitter.com/L7yEUGtfOo— Ministry of Railways (@RailMinIndia) December 19, 2022
जानिए कितना हुआ अब तक काम
आपको बताते चलें कि, रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने बताया कि 23 नवंबर तक कुल 24.1 फीसदी काम पूरा हो चुका है. गुजरात में लगभग 30 फीसदी और महाराष्ट्र में 13 फीसदी काम पूरा हुआ है. मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना 508 किलोमीटर की है और इसका अधिकतर हिस्सा गुजरात में पड़ता है। यहां पर बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की कार्यान्वयन एजेंसी नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) को महाराष्ट्र में बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स और ठाणे, विरार तथा बोइसर में किया जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि गुजरात में लगभग सभी सिविल कार्य की जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है, साथ ही पाया और नदियों के सभी छोटे और बड़े पुलों का निर्माण किया गया है. खंभों पर ऊपरी ढांचा लगाने का काम भी शुरू हो गया है. बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में बुलेट ट्रेन स्टेशन और भूमिगत सुरंग के निर्माण के लिए अनुबंध भी दे दिया गया है. अधिकारियों ने कहा कि खंभों और ऊपरी ढांचे से जुड़ा कार्य जल्द ही गुजरात की तरह महाराष्ट्र में भी दिखाई देगा. गुजरात में आणंद, सूरत, वडोदरा, भरूच, विलिमोरा, वापी और नवसारी जिलों में बुलेट ट्रेन स्टेशन का निर्माण शुरू हो गया है।
कैसी होगी भारत की बुलेट ट्रेन
जैसा कि, आपको बताते चलें कि, अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन 320 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेगी. यह बुलेट ट्रेन ई5 सीरीज ट्रेन हिताची और कावासाकी हेवी इंडस्ट्रीज द्वारा निर्मित जापानी शिंकानसेन हाई-स्पीड ट्रेन का ही एक प्रकार है. अहमदाबाद से मुंबई के बीच हाई स्पीड बुलेट ट्रेन (Bullet Train) बनने के बाद 508 किलोमीटर की यात्रा को 2 घंटे 58 मिनट में पूरा किया जा सकेगा. फिलहाल इसे पूरा करने में 6 घंटे से अधिक का समय लगता है। बताया जा रहा है कि, ट्रेन के रूट में 12 स्टेशन आएंगे। जिनमें आठ गुजरात में और चार महाराष्ट्र में होंगे. इसका संचालन नियंत्रण केंद्र अहमदाबाद के साबरमती में स्थित होगा. गुजरात के सूरत और साबरमती में और महाराष्ट्र के ठाणे में तीन डिपो होंगे। बता दें कि, देश में बुलेट ट्रेन के लिए प्रोजेक्ट की आधारशिला, 14 सितंबर, 2017 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और उनके तत्कालीन जापानी समकक्ष शिंजो आबे (Shinzo Abe) द्वारा रखी गई थी. 1.10 लाख करोड़ रुपये की परियोजना के 2022 तक पूरा होने की उम्मीद थी, जिसे समय और लगेगा।