नई दिल्ली। करीब 21 दिन से मार्गी हुए Budh Gochar Effect 2022 बुध अब अपनी astrology चाल बदल चुके हैं। आपको बता दें 1 जून से बुध ने मार्गी Mercury Transit In Gemini 2022: चाल शुरू की थी जिसके बाद अब ये planetry change मिथुन राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। ग्रहों का ये बदलाव बहुत खास माना जा रहा है। वो इसलिए क्योंकि ये मिथुन में विराजमान सूर्य के साथ बुधादित्य योग बना रहे हैं। इस योग को बेहद खास माना जा रहा है। ये संयोग विभिन्न राशि के जातकों पर प्रभाव डालते हैं। लेकिन ये योग कुछ राशि के जातकों के लिए खास रहने वाला है आइए जानते हैं कौन सी हैं वे राशियां। ज्योतिषाचार्य की मानें तो बुध का सूर्य के साथ ये मिलन कई शुभ प्रभाव दिखाएगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आज 2 जुलाई को बुध ग्रह मिथुन राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। इनके मिथुन राशि में प्रवेश करने से बुधादित्य योग का निर्माण हो रहा है, जो कि कई राशि वालों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
ऐसी होती है बुध ग्रह की प्रकृति — budh ki prakrati
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि के स्वामी है। Vrishabh Rashi me Margi Budh 2022 अपने भ्रमण काल के दौरान जब बुध कन्या राशि में आता है तो उसे उच्च का कहा जाता है। जबकि मीन राशि में ये नीच के माने जाते हैं। कन्या राशि 16 से 20 अंश तक यह मूल त्रिकोण में माना जाता है।
मिश्रित स्वभाव का ग्रह है बुध —budh ka swabhav
बुध मिश्रित स्वभाव का ग्रह है। पापी ग्रह के साथ होने पर यह पापी हो जाता है। इसे हरा रंग का माना जाता है। किसी जातक का रंग जानने के लिए इसे श्याम Budh Margi June 2022 वर्ण का माना जाता है। इसमें पृथ्वी तत्व की प्रधानता होती है। वाणी, बुद्धि, चर्म, वात, पित्त और कफ का विश्लेषण बुध ग्रह से किया जाता है। बुध प्रधान लोग अक्सर लेखक, कवि, गणितज्ञ, बैंकर, सीए, चित्रकार, प्रखर वार्ताकार और तर्क से सब को परास्त करने वाले होते हैं। बुध ग्रह के प्रभाव से लोगों को बैंकर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, व्यवसायिक बनते देखा गया है। अच्छे व्यवसाय के लिए जातक की कुंडली में बुध का मजबूत होना आवश्यक है। बुध राशि के जातक बहुत अच्छे शिल्पकार भी होते हैं। इस ग्रह को वैश्य जाति का ग्रह कहते हैं। इससे प्रभावित जातकों का भाग्योदय 32 वर्ष पर होता है।
सिंह राशि —singh
बुध गोचर से मिथुन राशि में बन रहा बुधादित्य योग सिंह राशि वालों के लिए लाभ दिलाने वाला होगा। आपको बता दें इन राशि की कुंडली में बुधादित्य योग 11वें स्थान पर बन रहा है। 11 वें भाव को इनकम और लाभ का स्थान माना जाता है। इसलिए गोचर के दौरान इस राशि के जातकों को आय में वृद्धि होने की संभावना है। इस दौरान आमदनी के नए स्तोत्र भी बनेंगे। इसी के साथ यदि आप व्यापारी हैं तो आपको नई डील करने मिल सकती है। इस समय आपको माणिक्य रत्न धारण करने से लाभ हो सकता है।
कन्या राशि —kanya
बुधादित्य योग इस राशि के दशम भाव में बनने से नौकरी और जॉब में सफलता मिल सकती है। इस गोचर काल में आपको मान-सम्मान के साथ—साथ नई नौकरी भी मिल सकती है। अगर आप नौकरीपेशा हैं तो प्रमोशन या इंक्रीमेंट के भी योग बनते दिख रहे हैं। व्यापारियों को लाभ होगा।
वृष राशि —vrash
इन राशियों के लिए अच्छे दिन की शुरुआत मानी जा सकती है। क्योंकि आपकी कुंडली के दूसरे भाव में बनने से ये आपको आकस्मिक धनलाभ दिला सकता है। हो सकता है इस दौरान आपको अटका हुआ धन भी वापस मिल सकता है। पर इस दौरान आपको वाणी से जुड़े लोगों को लाभ होगा।
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बुध के बेहद आसान 6 उपाय — budh ke upay
- हरी वस्तुओं का दान।
- गाय को हरा चारा खिलाएं।
- 9 कन्याओं को हरें रुमाल दान करें।
- गणेशजी को दूर्बा चढ़ाएं।
- घर के आसपास सूखे पौधे हटाकर नया पौधा लगाएं।
- तुलसी का पौधा दान करें।
- बुध का यह गोचर व्यक्ति की बुद्धि में परिवर्तन लाएगा। इस दौरान उन्हें हर कार्य बड़ी ही सावधानी के साथ करने की सलाह दी जा रही है। चूंकि बुध ग्रह हरा तत्व प्रधान भी है। इसलिए इस दौरान हरी रंग प्रधान वस्तुओं जैसे हरी सब्जी, हरी दालों आदि के दाम बढ़ सकते हैं।
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आपके किस भाव में हैं बुध — kundli me budh ka sthan
पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार जिन जातकों की कुंडली में बुध आठवें, चौथे और बारहवें भाव में होता है। साथ ही साथ जिन्हें नीच के बुध हैं उन्हें विशेष सावधान रहने की जरूरत होती है। इसके अलावा धनु राशि में गोचर करने पर यह इस राशि के लिए शुभ रहेगा। बुध ग्रह कन्या राशि में उच्च के और मीन राशि में नीच के माने जाते हैं।
कमजोर बुध के संकेत — kamjor budh ke sanket
- बुध ग्रह बुद्धिमत्ता, वाणी, सौंदर्य, धन का कारक ग्रह है। लिहाजा आपकी जिंदगी में अचानक पैसों की तंगी हो जाए और आप कर्ज के बोझ से दबने लगें तो मान लीजिए कि आपका बुध ग्रह कमजोर हो रहा है।
- अचानक मान हानि होने के साथ—साथ लोग आपका सम्मान बंद कर दें, बुध की कमजोरी के संकेत है।
- आत्मविश्वास कम होना, खुद की बुद्धिमत्ता और निर्णयों पर संदेह करना।
- महिला रिश्तेदारों जैसे बहन, बुआ, मौसी आदि से रिश्ते खराब होना।
- दुर्बल होते जाना, जातक का तेज खत्म होना, चेहरा उतरा हुआ दिखने लगना।
- बोलने और सुनने से जुड़े अंगों में समस्या।
- दुर्बल बुध व्यापार में भी नुकसान कराता है।
ऐसे कर सकते हैं बुध को मजबूत — kamjor budh ko majboot karne ke upay
बुध को मजबूत करने के लिए हरे रंग की चीजों का उपयोग करें। साथ ही उनका दान भी करें। जैसे- हरी मूंग, पालक, हरे रंग के शरबत का दान करें। सुहागिन महिलाओं को हरी चूड़ियां भेंट करें। खीरा, हरी सब्जियां, फल खाएं। हरे रंग के कपड़े पहनें।
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।