Budget 2023 : आज देश की वित्त मंत्री निर्मला सितारमण ने साल 2023 का बजट पेश कर दिया है। बजट में टैक्सपेर्स को काफी छूट दी गई है। देश का आम बजट देश के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। एक तरह से यह आय और व्यय का अनुमान लगाने की प्रक्रिया है। बजट को जब भी पेश किया जाता है तो उसे लाल कपड़े में या फिर लाल सूटकेस में लपेटकर लोकसभा में लाया जाता है, लेकिन लाल कपड़ा ही क्यों? यह सवाल हर इंसान के दिमाग में उठता है।
लाल कपड़े या फिर लाल सूटकेस में बजट को ले जाना यह एक पूरानी परंपरा है। हालांकि इस परंपरा की शुरूआत ब्रिटिश काल में हुई थी, ब्रिटिशकाल के दौरान सरकार बजट को रेड डिस्पेच बॉक्स में लेकर आती थी। और यह बॉक्स संसद के चांलसर लेकर आते थे। रेड डिस्पेच बॉक्स लेदर का होता था, जिसमें एक हैंडल लगा होता था। उस समय लाल रंग का प्रयोग बजट के महत्व और सरकार का अधिकार दर्शाने के रूप में किया जाता था।
लाल रंग ही क्यों?
बजट पेश करने में लाल रंग के कपड़े या सूटकेस इस्तेमाल करने का गहरा महत्व है। लाल को एक शक्तिशाली रंग माना जाता है जो ऊर्जा, शक्ति और अधिकार का प्रतीक है। यह सूरज, अग्नि और जीवन से जुड़ा है। इसका उपयोग कई संस्कृतियों में धन, समृद्धि और सौभाग्य के प्रतीक के रूप में किया जाता है। लाल रंग के कपड़े और सूटकेस में बजट पेश कर सरकार जनता को शक्ति, सामर्थ्य और स्थिरता का संदेश देती है। लाल रंग को वित्तीय हानि या घाटे का प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व भी माना जाता है।
कई देशों में होता है लाल रंग में बजट पेश
लाल रंग के कपड़े में बजट लाने की परंपरा सिर्फ भारत में ही नहीं है। बल्कि दुनियाभर के कई देशों में होता है। कई देशों में बजट को एक लाल ब्रीफकेस या फोल्डर में लाया जाता है।