BSNL 5G Network: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के पिपलझोपा गांव में बीएसएनएल के नेटवर्क को लेकर एक दिलचस्प घटना सामने आई है। जब बीएसएनएल के अधिकारी गांव में स्थित टॉवर की जांच करने पहुंचे, तो उन्हें ग्रामीणों ने टॉवर के कैंपस में ही बंद कर दिया और ताला जड़ दिया। अधिकारियों को गांव वालों के कड़े विरोध का सामना भी करना पड़ा। इसके बाद, वे गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। उनकी मांग थी कि प्रधानमंत्री मोदी की “हर गांव 4G” योजना के अंतर्गत हर गांव तक इंटरनेट मजबूत किया जाना है लेकिन हमारे गांव में नेटवर्क ही नहीं आता है। नेटवर्क की समस्या को तुरंत हल किया जाए।
खरगोन के पिपलझोपा गांव में BSNL के नेटवर्क नहीं मिलने से परेशान ग्रामीण, अधिकारियों को बनाया बंधक@BSNLCorporate#BSNL #BSNLNetwork #khargaon #MadhyaPradesh #MPNews pic.twitter.com/A7eims38j6
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) October 23, 2024
6 महीने से गांव में नेटवर्क की प्रॉब्लम
पिपलझोपा गांव में छह महीने पहले बीएसएनएल का 4G टॉवर लगाया गया था। इसके बावजूद अधिकांश ग्रामीणों के मोबाइल में नेटवर्क नहीं आ रहा था। इस बारे में मीडिया में खबरें आने के बाद बीएसएनएल के अधिकारी सक्रिय हुए और टॉवर को चालू किया। हालांकि इसके बाद भी केवल कुछ ही मोबाइलों में नेटवर्क आ रहा था, जिससे ग्रामीणों की नाराजगी बढ़ने लगी। जब बीएसएनएल के अधिकारी टॉवर की जांच के लिए गांव पहुंचे, तो बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए और उन्होंने अधिकारियों से तुरंत समस्या का समाधान करने की मांग की। ग्रामीणों ने अधिकारियों पर आरोप लगाया कि टॉवर ठीक से काम नहीं कर रहा है। जब उन्हें बताया गया कि टॉवर का 2100 बैंड बंद है, तो वे आक्रोशित होकर अधिकारियों को टॉवर के कैंपस में बंद कर दिया।
न फोन कर पाते हैं न मैसेज, नेट बैंकिंग भी नहीं कर पा रहे
ग्रामीणों का कहना है कि टॉवर बंद होने के कारण उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यहां न तो वे नेट बैंकिंग कर पा रहे हैं, न ही जरूरी संदेश भेज सकते हैं। अगर गांव में कोई आपात स्थिति आती है, तो न पुलिस को कॉल कर सकते हैं और न ही एंबुलेंस को। इस वजह से उनका गांव विकास की दौड़ में पीछे रह गया है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि नवंबर तक टॉवर चालू नहीं हुआ, तो वे खरगोन में बीएसएनएल के कार्यालय के सामने धरना देंगे या चक्का जाम करेंगे।
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15 दिन के भीतर प्रॉब्लम सोल्व होगी
टॉवर की जांच के बाद अधिकारियों ने इंदौर और भोपाल के वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे में बताया। साथ ही ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया कि नवंबर के पहले या दूसरे हफ्ते तक पिपलझोपा के सभी मोबाइल में नेटवर्क उपलब्ध होगा। बीएसएनएल के अधिकारी दीपेश राठौर ने कहा कि उन्होंने पिपलझोपा की साइट का दौरा किया और पाया कि ग्रामीणों को नेटवर्क की समस्या हो रही है। उनके मुताबिक, ग्रामीण चाहते हैं कि गांव के सभी मोबाइल में 2100 बैंड की सुविधा शुरू हो। उन्होंने इंदौर और भोपाल के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की, जिन्होंने आश्वासन दिया कि नवंबर के पहले या दूसरे हफ्ते तक यह समस्या हल कर दी जाएगी।
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