जोधपुर। सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा रिश्वत लेते पकड़े जाने की आए दिन खबरें आती रहती हैं। इनमें से कुछ मामले काफी अनोखे होते हैं। इसी तरह का एक अनोखा मामला राजस्थान के जोधपुर से आया है। सिरोही जिले के स्वरूपगंज में पदस्थ तहसीलदार कल्पेश जैन के लिए राजस्व निरीक्षक पर्वत सिंह पकड़ा गया था। इसकी भनक जैसे ही कल्पेश जैन को मिली तो कल्पेश ने खुद को अपने ही घर में बंद कर लिया। साथ ही घर में रखी रिश्वत की नोटों की गड्डियों को गैस चूल्हे पर जला डाला। एसीबी और पुलिस की टीम बाहर खड़े होकर दरवाजा खटखटाती रही, लेकिन कल्पेश लगातार नोटों के बंडल जलाता रहा। इसी बीच वहां मौजूद अधिकारियों ने कल्पेश का वीडियो भी बना लिया।
दरवाजा तोड़कर किया गिरफ्तार
एसीबी और पुलिस की टीम ने दरवाजा तोड़कर कल्पेश जैन को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के उप महानिरीक्षक विष्णुकांत ने बताया कि सिरोही में सरकारी भूमि पर आंवले के पेड़ों से छाल उतारने के ठेके निकाले जा रहे हैं। इसी को लेकर तहसीलदार कल्पेश जैन ने नए वित्तीय वर्ष में पुराने ठेकेदार का ठेका ही जारी रखने की एवज में 5 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। इसको लेकर कल्पेश ने कहा था कि रिश्वत के पैसे स्वरूपगंज के आरआइ पर्वतसिंह को दे देना। ठेकेदार इस पर आरआइ पर्वत से से मिला तो उसने तहसीलदार के लिए 5 लाख रुपए की मांग की। हालांकि दोनों के बीच सौदा 1 लाख में तय हो गया। ठेकेदार ने इसकी जानकारी एसीबी को दी। एसीबी ने जाल बिछाकर पर्वत को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। इसकी जानकारी जैसे ही कल्पेश को मिली को वह हक्का बक्का रह गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।