भिंड। प्रदेश के भिंड जिले में जहरीली गैस में दम घुटने से तीन की मौत हो गई। तीनों कुंए में इंजन ठीक करने उतरे थे। तीनों एक ही परिवार के थे। वहीं तीनों को निकालने के लिए एक और परिवार का सदस्य कुंए में उतरा तो वह भी बेहोश हो गया। इस हादसे के बाद मौके पर हड़कंप मच गया। मामले की जानकारी पुलिस को दे दी गई है। जानकारी के मुताबिक यह हादसा भिंड जिले के अटेर में हुआ है। यहां लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। यहां बाढ़ के कारण क्वारी नदी उफान पर है। इसी कारण इस नदी का पानी कुंए में आने लगा है।
कुंए में पानी भरने और मोटर खराब होने की आशंका के चलते यहां एक ही परिवार के तीन सदस्य कुंए में उतरे थे। थोड़ी ही देर में उनकी आवाज सुनाई देना बंद हो गई। इसके बाद वहां मौजूद लोग डर गए। जब काफी देर तक आवाज नहीं आई तो एक और व्यक्ति को कुंए में उतारा गया। चौथा व्यक्ति भी कुंए में बेहोश हो गया। इसके बाद मामले की जानकारी मिली कि कुंए में जहरीली गैस फैल गई है। इस कारण यहां तीन लोगों की मौत हो गई है। हालांकि चौथे व्यक्ति को जिंदा बाहर निकाल लिया गया है। वहीं तीन लोगों की इस हादसे में मौत हो गई है। बता दें कि बीते दिनों से ग्वालियर चंबल संभाग में मूसलाधार बारिश हुई है। यहां लगातार बारिश के कारण कई गांव डूब गए हैं। वहीं क्वारी नदी उफान पर है।
लगातार बारिश में डूबे कई गांव
प्रदेश के राजस्व सचिव ज्ञानेश्वर बी पाटिल ने बताया, बाढ़ से सात लोग घायल हुए हैं, जिनमें गुना में चार, शिवपुरी में दो और मुरैना में एक व्यक्ति शामिल है। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान तकरीबन समाप्त हो गया है और राहत कार्य शुरू कर दिया गया है। पाटिल ने बताया कि ग्वालियर एवं चंबल संभागों से 30,790 बाढ़ प्रभावित लोगों को या तो सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया गया है या बचाया गया है। उन्होंने कहा कि करीब 6,000 लोगों को 126 राहत शिविरों में रखा गया है।
पाटिल ने बताया कि 287 पालतू जानवरों की मौत हुई है, जिनमें 125 श्योपुर में, 76 शिवपुरी में, 75 दतिया में, नौ गुना में और दो मुरैना जिलों में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि करीब 18,304 कच्चे एवं पक्के मकानों को नुकसान हुआ है। इनमें से 15,000 श्योपुर में, 2,124 दतिया में, 672 शिवपुरी में, 456 गुना में और 52 अशोकनगर जिले के हैं। पाटिल ने बताया कि श्योपुर एवं दतिया जिलों में चार बड़े पुल और 21 मझले पुलों को भी नुकसान हुआ है, जबकि अन्य जिलों से रिपोर्ट आने की प्रतीक्षा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, राज्य सरकार हर प्रकार के नुकसान की भरपाई करेगी। जिन लोगों के घरों का सामान, बर्तन-भाडे, कपड़े इत्यादि नष्ट हुए हैं, उन सभी का आंकलन कर राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत आर्थिक राहत प्रदान की जाएगी।