मंदसौर। प्रदेश में कोरोना का कहर थमने के बाद अब डेंगू का खतरा बढ़ता जा रहा है। मंदसौर जिले में डेंगू का कहर देखने को मिल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के तमाम प्रयासों के बाद भी यहां डेंगू पर काबू नहीं हो पा रहा है। यहां डेंगू के मरीज तेजी से देखने को मिल रहे हैं। बीते 48 घंटे में यहां से 20 से ज्यादा डेंगू के मरीज मिले हैं। इतना ही नहीं यहां रोजाना नए मरीज सामने आ रहे हैं। मंदसौर जिले में अब तक डेंगू के 139 मरीज सामने आ चुके हैं। यह आंकड़ा बीते सालों की तुलना में काफी ज्यादा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार सर्वे कर रही हैं और डेंगू के लारवा को नष्ट किया जा रहा है। साथ ही लोगों को हिदायत दी जा रही है कि वे डेंगू से बचने के लिए सावधानियां बरतें।
हालांकि स्वास्थ्य विभाग के इन दावों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मंदसौर जिले में पिछले 12 दिनों में डेंगू के 60 से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग लगातार लोगों को डेंगू से बचाव के लिए लोगों को चेतावनी दे रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरी बाहों के कपड़े पहनने, खुले में पानी स्टोर करके ना रखने और मॉस्किटो मेंट मच्छरदानी समेत मच्छरों से बचने के अन्य संसाधनों का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है। वहीं संक्रमित इलाकों में दवा का छिड़काव और फॉगिंग भी की जा रही है। हालांकि डेंगू के मरीजों में कमी देखने को नहीं मिल रही है।
कैसे फैलता है डेंगू
डेंगू चार किस्मों के वायरस के संक्रमण से फैलता है। यह वायरस मादा एडीस मच्छर के काटने शरीर में फैल जाता है। डेंगू केवल गंदे पानी ही नहीं बल्कि साफ पानी में भी फैलता है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के फैलने का खतरा बना रहता है। यह एक वायरस से होता है इसलिए इसकी कोई दवा या एंटीबायटिक नहीं है। डेंगू की चपेट में आने के बाद लोगों को तेज बुखार के साथ नाक बहना, खांसी, आखों के पीछे दर्द, जोड़ों के दर्द और त्वचा पर हल्के रैश जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों के साथ ही कई बार लाल और सफेद निशानों के साथ पेट खराब, जी मिचलाना, उल्टी जैसी शिकायत भी इसमें देखने को मिलती है।