Breaking News: राजस्थान में एक और जेल ब्रेक, बीकानेर की नोखा जेल से रात को खिड़की तोड़ कर फरार हुए 5 कैदी

बीकानेर। (भाषा) बीकानेर की नोखा उपजेल से पांच विचाराधीन कैदी बुधवार को तड़के फरार हो गये।पुलिस महानिदेशक (जेल) राजीव दासोत ने बताया कि ये कैदी बैरक की दीवार में खिड़की के पास बनाए गए छेद से निकलकर भाग गए।इस घटना के बाद दासोत जयपुर से नोखा पहुंचे हैं।एक अन्य अधिकारी के अनुसार, उपजेल से फरार होने वालों में सलीम, अनिल, मनदीप सिंह, सुरेश कुमार व रतीराम हैं। ये सब शस्त्र अधिनियम, स्वापक ओषधि और मनःप्रभावी पदार्थ अधिनियम, 1985 सहित अन्य मामलों में विचाराधीन कैदी थे।दासोत ने कहा कि प्रथम दृष्टया ये कैदी जेल कर्मचारियों की ढिलाई के कारण फरार हुए हैं। उन्होंने कहा कि जांच में अगर कोई कर्मचारी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।उल्लेखनीय है कि इसी महीने फलौदी (जोधपुर) उपजेल से 16 कैदी फरार हो गए थे।
जेल में कुल 14 का स्टाफ है
नोखा जेल में कुल 14 का स्टाफ है, जिनमें एक जेल प्रभारी और 13 प्रहरी हैं। इसमें से किसी की भी ड्यूटी जेल के अंदर की तरफ नहीं थी। जेल स्टाफ को सुबह साढ़े चार बजे इस घटना का पता लगा। इसके बाद पांच बजे पुलिस सक्रिय हुई, तब तक कैदी काफी दूर निकल चुके थे।
4 हनुमानगढ़ और 1 कैदी हरियाणा का रहने वाला है
पुलिस के अनुसार, फरार होने वाले कैदियों में सलीम पुत्र कादर खान गांव नवा पुलिस थाना हनुमानगढ़ टाउन, अनिल पुत्र राजाराम ब्राह्मण सदलपुर पुलिस थाना आदमपुर हरियाणा, मनदीप सिंह पुत्र हाकम सिंह वार्ड नंबर 4 खर्लिया पीलीबंगा हनुमानगढ़, सुरेश कुमार पुत्र रमेश कुमार वार्ड नंबर 22 पीलीबंगा हनुमानगढ़ और रतिराम पुत्र लिछुराम जाट निवासी कुचोर अगुणी पीएसी जसरासर शामिल हैं। इस जेल में कुल 43 कैदी हैं. जेल की जिस बैरक से ये कैदी फरार हुए हैं, उसमें और भी कैदी बंद थे, लेकिन वे नहीं भागे। इस फरारी कांड में किसी बाहरी व्यक्ति की मिलीभगत बताई जा रही है। फरार हुए सभी आरोपी मादक पदार्थों के मामले में जेल में बंद थे।