मुंबई, 30 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र कांग्रेस ने बुधवार को केन्द्र सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि बॉलीवुड को जानबूझकर स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के जरिये ”डराया” जा रहा है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने एक बयान में यह भी पूछा कि एनसीबी अभिनेत्री कंगना रनौत को पूछताछ के लिये कब तलब करेगी ”जो खुद भी मादक पदार्थों का सेवन कर चुकी हैं और दूसरे लोगों को भी इन्हें लेने को मजबूर कर चुकी हैं।”
केन्द्रीय एजेंसी अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से संबंधित मादक पदार्थ मामले की जांच कर रही है।
एनसीबी जांच के संबंध में कुछ कलाकारों से पूछताछ कर चुकी है। इसके अलावा वह कथित बॉलीवुड-मादक पदार्थ संबंधों से पर्दा हटाने के लिये कई बार छापेमारी भी कर चुकी है। साथ ही उसने कई संदिग्ध मादक पदार्थ तस्करों को गिरफ्तार भी किया है।
सावंत ने कहा, ”बॉलीवुड को एनसीबी के जरिये जानबूझकर डराने की कोशिश की जा रही है। बीते तीन से चार महीने के दौरान एनसीबी ने कई कलाकारों और उनसे जुड़े लोगों से पूछताछ की है। यहां तक की फिल्मकार करण जौहर को दो साल पहले एक पार्टी आयोजित करने को लेकर नोटिस जारी किया जा चुका है, जब देवेन्द्र फड़णवीस राज्य के मुख्यमंत्री थे।”
उन्होंने पूछा, ”एनसीबी कंगना रनौत को पूछताछ के लिये कब बुलाएगी, जो खुद भी मादक पदार्थों का सेवन कर चुकी हैं और दूसरों को भी ऐसा ही करने के लिये मजबूर कर चुकी हैं? अब तो वह मुंबई भी लौट आई हैं।”
सावंत ने कहा कि रनौत की एक वीडियो क्लिप बीते कई महीनों से सोशल मीडिया पर घूम रही है, जिसमें वह मादक पदार्थों के सेवन की बात स्वीकार कर रही हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ”उनके मित्र अध्ययन सुमन ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा था कि कंगना ने उन्हें मादक पदार्थों के सेवन के लिये मजबूर किया था। दोनों वीडियो सार्वजनिक हो चुकी हैं। कंगना भी सार्वजनिक रूप से कह चुकी हैं कि उनके पास बॉलीवुड-मादक पदार्थ संबंध के बारे में जानकारी है। तो फिर एनसीबी उनकी बातों को गंभीरता से क्यों नहीं लेती?”
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा को अभिनेत्री से कहना चाहिये कि वह एनसीबी के साथ जानकारी साझा करें।
सावंत ने भाजपा पर महाराष्ट्र की छवि ”खराब” करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भगवा पार्टी को लोगों से माफी मांगनी चाहिये।
कांग्रेस और राकांपा महाराष्ट्र में शिवसेना नीत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के सहयोगी दल हैं।
भाषा जोहेब उमा
उमा