भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में ब्लैक आउट पर प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बैठक बुलाई। शहर के कई इलाकों में 40 से ज्यादा स्ट्रीट लाइट12 दिनों से बंद है। स्टीट लाइट बंद होने से शहर की सड़को पर अंधेरा पसरा है। ब्लैक आउट की इस स्थिति को देखते हुए,प्रभारी मंत्री भूपेंद्र ने अधिकारियों की बैठक ली।
इस बैठक में नगर निगम और बिजली कंपनी केअधिकारी शामिल रहे। भूपेंद्र सिंह ने इस बैठक में अधिकारियों को स्ट्रीट लाइट को प्रारंभ करने के लिए सख्त निर्देश दिए। आज से राजधानी में सभी स्ट्रीट लाइट शुरु हो जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि- राजधानी में इस तरह की स्थिति को स्वीकार नहीं किया जाएगा। नागरिकों की सेवा करना हमारा कर्तव्य है।अधिकारी समन्वय से नागरिकों की सुविधा को देखते हुए अपना काम करें।
भोपाल में आज कलेक्टर @CollectorBhopal, कमिशनर @BMCBhopal व बिजली विभाग की संयुक्त बैठक में राजधानी में स्ट्रीट लाइट शीघ्र प्रारम्भ करने के निर्देश दिए हैं।
राजधानी में ऐसी स्थिति स्वीकार्य नहीं है। अधिकारी समन्वय से, नागरिकों की सुविधा व सुरक्षा को ध्यान रख कार्य करें। pic.twitter.com/PLYL0IT1Za— Bhuppendra Siingh (@bhupendrasingho) November 9, 2022
नगर निगम के द्वारा 2 महीने से स्ट्रीट लाइटों का बिल नहीं भरा गया है। इसी वजह से दो महीने का बिल 28 करोड़ हो गया है। वहीं नगर निगम ने बस दो करोड़ रुपए ही बिल के तौर पर जमा किए हैं। जिसकी वहज से बिजली कंपनी ने 29 अक्टूबर से कनेक्शन काटना शुरू कर दिया था। जिसके तहत शहर के 40 इलाकों में स्ट्रीट लाइट के कनेक्सन को काटा था।
बिजली कंपनी ने राजधानी के आम इलाकों के साथ ऐसे इलाकों की भी बिजली बंद की है, जिन रास्तों से सीनियर आइएएस आफिसर से लेकर मंत्री और मुख्यमंत्री तक का रोज का आना जाना पड़ता है। इनमें पॉलीटेक्निक चौराहा, कमला पार्क, राजभोज सेत, वीआईपी रोड आदि शामिल हैं। जिसके बाद प्रभारी मंत्री ने मामले पर संज्ञान लेते हुए अधिकारियों की बैठक ली और सख्त निर्देश भी दिए।