Black Fungus Update: लापरवाही के कारण हम ब्लैक फंगस को दे रहे हैं दावत!, ऐसे बरतें सावधानियां

नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के साथ ही अब म्यूकरमाइकोसिस यानी की ब्लैक फंगस के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि एक तो कोरोना से ठीक होने के बाद शरीर कमजोर होता है। इसके अलावा लोग हाइजीन मेंटेन नहीं रख पाते हैं। इस कारण से ब्लैक फंगस के शिकार हो जाते हैं।
ऑक्सीजन के कारण मुंह की सफाई नहीं हो पाती
दरअसल, जो मरीज कई दिनों तक ऑक्सीजन पर रहते हैं, उनके मुंह की सफाई नहीं हो पाती है। ऐसे में लगातार ह्यूमिडीफाइड ऑक्सीजन उनके अंदर जाने से मुंह में ब्लैक फंगस बनने का खतरा रहता है। ऐसे में जरूरी है कि जो मरीज ऑक्सीजन पर हैं उनका विशेष ख्याल रखा जाए।
मुंह या नाक में सफेद पपड़ी जम जाती है
डॉक्टर कहते हैं कि जरूरत के अनुसार संक्रमित मरीजों को पांच से सात दिन तक ऑक्सीजन दी जाती है। इस दौरान न तो उनके पास परिवार के लोग रहते हैं और न ही मेडिकस स्टाफ में से कोई मरीज की साफ सफाई या ओरल हाइजीन का ध्यान रखता है। ऐसे में उनके मुंह और नाक में लगातार ऑक्सीजन जाने से सफेद पपड़ी जम जाती है। इसी पपड़ी के कारण फंगस मरीज के शरीर में प्रवेश कर जाता है।
ह्यूमिडीफाइड ऑक्सीजन के कारण तेजी से पनपता है
शरीर में फंगस प्रेवेश करने के बाद खून के साथ बहकर फेपड़ों, नाक, आंख और मस्तिष्क में पहुंच जाता है। जिस जगह यह ज्यादा दुष्प्रभाव डालता है, वहां सूजन होने लगती है। खास बात ये है कि ह्यूमिडीफाइड ऑक्सीजन इसे और जल्दी पनपने में मदद करता है। ICMR ने कोरोना संक्रमित मरीजों और खासकर मधुमेह के मरीजों को सालह दी है कि वे ब्लैक फंगस के लक्षणों पर नजर रखें। गौरतलब है कि स्टेराय़ड के अलावा कोरोना की कुछ दवाओं का उपयोग मरीज की प्रतिरक्षा प्रणाली पर असर डालता है। यहीं से ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ने लगता है।
समय रहते ब्लैक फंगस को रोका जा सकता है
समय से अगर पता लग जाए कि ब्लैक फंगस ने अटैक किया है तो इसे आसानी से रोका जा सकता है। इसके लिए सबसे उपयोगी एंटी फंगल इंजेक्शन, एम्फोटेरिसन- बी लाइपोजोमल है। बाजार में इसकी कीमत 5-6 हजार रूपये है। लेकिन मांग बढ़ जाने के कारण अधिक कीमत पर भी मिलना मुश्किल है। साथ ही इस इंजेक्शन को देने के बाद किडनी की मानी टरिंग करनी पड़ती है ताकि कोई साइड इफेक्ट ना हो।
इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप कोरोना से रिकवर हो चुके हैं या अभी तक आप इससे प्रभावित नहीं हुए हैं तो आप इन उपायो को अपनाकर ब्लैक फंगस को शरीर में जाने से रोक सकते हैं। जैसे- दिन में दो बार ब्रश करें, पानी की बोतल को रोजाना साफ करें, अगर आप कोरोना संक्रमित हैं और अस्पताल में बिना ऑक्सीजन के भर्ती हैं तो इस स्थिति में रोजाना मुंह साफ करें, वहीं अगर कोई मरीज होश में नहीं है तो मेडिकल स्टाफ उसके मुंह में माउथ पेंट डालकर मुंह साफ कर सकता है।