BJP MP Webdite Hacked: भारत-पाकिस्तान तनावपूर्ण माहौल के बीच शनिवार, 10 मई को हैकर्स ने बीजेपी की मध्यप्रदेश यूनिट की ऑफिशियल वेबसाइट को हैक कर लिया। इस हैकिंग में ‘ऑपरेशन बुनयान-अल-मरसूस’ का नाम प्रमुखता से दिखाया गया, जो एक संभावित साइबर वारफेयर ऑपरेशन से जुड़ा प्रतीत होता है। इस मामले में बीजेपी के प्रदेश मीडिया आशीष अग्रवाल ने बताया कि “सुबह वेबसाइट हैक होने की जानकारी मिली थी। इसे तुरंत रिस्टोर कर लिया गया है।
वेबसाइट पर क्या लिखा मिला?
वेबसाइट खोलने पर होमपेज पर “YOU HAVE BEEN HACKED – PFA CYBER FORCE” का मैसेज देखा गया। साथ ही ‘ऑपरेशन बुनयान-अल-मरसूस’ जैसे शब्द इस्तेमाल किए गए, जिसका अर्थ अरबी में ‘शीशे से बनी मजबूत दीवार’ होता है। यह ऑपरेशन पाकिस्तान से जुड़ी साइबर गतिविधियों में भी पूर्व में देखा गया है।
404 एरर और वेबसाइट रिस्टोर की प्रक्रिया
फिलहाल वेबसाइट खोलने पर ‘404 Error’ और “Please Try Again” जैसा संदेश दिख रहा है। बीजेपी आईटी सेल को जैसे ही सूचना मिली, उन्होंने वेबसाइट रिस्टोर करने का काम शुरू कर दिया।
सुबह वेबसाइट हैक की जानकारी मिलते ही रिस्टोर किया
बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने बताया कि “सुबह वेबसाइट हैक होने की जानकारी मिली थी। इसे तुरंत रिस्टोर कर लिया गया है।” हालांकि बीजेपी की राष्ट्रीय वेबसाइट के हैक होने की बात को उन्होंने खारिज किया, पर कई यूजर्स को bjp.org पर भी फिलहाल एरर दिखाई दे रहा है।
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2019 में भी हुआ था ऐसा हमला
मार्च 2019 में भी बीजेपी की राष्ट्रीय वेबसाइट को हैक कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़े अपमानजनक मीम्स और संदेश पोस्ट किए गए थे।
MP में शिक्षकों का समायोजन जून में: पिछली गड़बड़ियों से लिया सबक, 10 हजार से ज्यादा टीचर्स होंगे इधर से उधर
MP Teacher Adjustment: मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग इस साल जून में ही अतिशेष शिक्षकों का समायोजन करेगा। पिछली गड़बड़ियों से सबक लेते हुए विभाग ने यह निर्णय लिया है। विभाग का मानना है कि बीच सत्र में समायोन से पढ़ाई प्रभावित होती और शिक्षकों के भी परेशीनी होती है। इस सब को देखते हुए प्राइमरी, मिडिल और हायर सेकंडरी लेवल के टीचर्स को समय रहते नई पोस्टिंग पर भेजा जाएगा। पिछले साल समायोजन की प्रोसेस में कई गड़बड़ियां सामने आई थी। कई टीचर्स को स्कूल ही अलॉट नहीं हो सके थे। जिन्हें नए स्कूलों में भेजा गया वहां पहले से पोस्ट भरी हुईं थीं। इसके बाद लम्बे समय तक भ्रम की स्थिति बनी रही। इसे शिक्षकों ने गलत बताया था। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…