भोपाल। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बी.डी.शर्मा ने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आज मध्यप्रदेश के लिए बहुत ही ऐतिहासिक दिन है क्योंकि आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मध्यप्रदेश को कई सड़कों की सौगात दी। आज 11427 करोड़ की लागत से 1361 किलोमीटर की सड़क परियोजना का शिलान्यास किया गया।
आज 8772 किलोमीटर की सड़कें मध्यप्रदेश में है
मध्य प्रदेश की खजुराहो लोकसभा क्षेत्र में भी 2051 करोड़ के काम किये जायेंगे, जिसमें आज 2 कामों का लोकार्पण हुआ है तथा 3 कामों का शिलान्यास केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया गया है।प्रदेश में पहले केवल 5154 किलो मीटर की सड़कें थी। भाजपा सरकार आने के बाद आज 8772 किलोमीटर की सड़कें मध्यप्रदेश में है।
राम पथ गमन के कार्य को अनुमति दी
रामपथ गमन का विशेष उल्लेख करते हुए अध्यक्ष बी.डी.शर्मा ने कहा कि आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 1700 करोड़ की लागत से राम पथ गमन के कार्य को अनुमति दी है। मुरैना से इटावा जाने वाले मार्ग को पिछली कामलनाथ की सरकार ने रोक दिया था परन्तु आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उसे भी प्रारम्भ किया है।
विकास की गाथा लिखने का काम किया
चम्बल एक्सप्रेस वे इटावा से लेकर कोटा तक लगभग 8000 करोड़ की लागत से जल्दी ही बनेगा। आतंक की गाथा लिखने वाले चम्बल क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी ने विकास की गाथा लिखने का काम किया है। कांग्रेस ने हमेशा झूठ बोला है।
सड़क व पुल परियोजनाओं का शिलान्यास किया
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (nitin gadkari) आज मध्य प्रदेश (madhya pradesh) को 11 हजार करोड़ की सौगात दीं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मंत्री नितिन गडकरी प्रदेश की लगभग 50 विधानसभा क्षेत्रों को प्रभावित करने वाली सड़क व पुल परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
45 परियोजना का शिलान्यास
कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुबह शुरू हुआ। इसमें कुल 11 हजार 427 करोड़ रुपये की लागत वाली एक हजार 361 किलोमीटर लंबी 45 परियोजनाओं (mp development projects) का शिलान्यास एवं लोकार्पण हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता खुद (shivraj singh chauhan) मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया।
निर्माण एजेंसियों का चयन
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सभी परियोजनाएं राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ी हैं। इसमें सड़कों का चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण, नई सड़क और पुल शामिल हैं। कुछ परियोजनाओं का काम पूरा हो चुका है, कुछ के लिए स्वीकृति संबंधी प्रशासकीय प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं। निर्माण एजेंसियों का चयन भी कर लिया है।