RAIPUR: छत्तीसगढ़ में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं मिशन 2023 में 90 सीटों पर सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्ष दोनों ही फार्मूला 75(BJP-CONGRESS MISSION 75) पर काम कर रहे हैं, कांग्रेस में जहाँ नव संकल्प शिविर के बाद अब कांग्रेसी विधायकों के पसीने छूटने वाले हैं क्योंकि इस बार मंथन से 75 का फॉर्मूला बाहर निकला है जिसमें प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में 75 किलोमीटर की पदयात्रा निकाली जाएगी जिसमें कांग्रेस के विधायक तो शामिल होंगे ही साथ ही अन्य जनप्रतिनिधि और पदाधिकारियों की भी ग्राउंड लेवल पर परीक्षा होने वाली है।।राज्य कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जिस तरह से सरकार काम कर रही है जनता का पूरा समर्थन कांग्रेस पार्टी को है आने वाले 2023 विधानसभा चुनाव में जो हम लक्ष्य लेकर चल रहे हैं मिशन 75(BJP-CONGRESS MISSION 75) का वो लक्ष्य को हम प्राप्त करेंगे।
बीजेपी का भी फॉर्मूला 75
वहीं बीजेपी का भी अपना 75 का फॉर्मूला(BJP-CONGRESS MISSION 75) है जिसमें बीजेपी के सांसद,विधायक और पदाधिकारी बूथ में 15 दिनों में 75 घंटे का वक्त देंगे फार्मूला 75 के पीछे मकसद एंटीइंकमबेंसी को दूर करना माना जा रहा है वहीं हाल ही में बीजेपी की भी कार्य समिति और पदाधिकारियों की बैठक में प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने बीजेपी के विधायकों,सांसदों और पदाधिकारियों को 15 दिनों में 75 घंटे बूथ में बिताने का टारगेट दिया है।नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा हमारा कार्यक्रम तो बारो महीने चलते रहता है। हमारे सभी विधायक,सांसद बूथों में 75 घंटे से ज्यादा का वक्त बिताएंगे कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे बूथ को मजबूत किया जाएगा,वहीं कांग्रेस के पदयात्र को लेकर कहा कांग्रेस को इस पदयात्रा से कोई भी फायदा नहीं मिलने वाला है।
फार्मूला 75 को लेकर कांग्रेस का कहना है प्रदेश की योजनाओं को आम जनता तक लेकर जाना है केंद्र की नाकामियों को जनता तक पहुँचाने के मकसद से पदयात्रा की जाएगी वहीं भाजपा का कहना है कि कांग्रेस कितनी भी पदयात्रा कर ले कोई फायदा नहीं मिलने वाला है अब देखने वाली बात होगी 2023 विधानसभा चुनाव में मिशन 75(BJP-CONGRESS MISSION 75) का लक्ष्य किसे प्राप्त होता है।
BJP-CONGRESS MISSION 75