कमलनाथ और छिंदवाड़ा को एक दूसरे का पर्याय बने 4 दशक से भी ज्यादा का वक्त हो चुका है.लेकिन छिंदवाड़ा में पिछला एक साल कांग्रेस और कमलनाथ दोनों के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है.कमलनाथ के कई करीबी हाथ छुड़ाकर बीजेपी में गए.तो छिंदवाड़ा लोकसभा चुनाव में नकुलनाथ को करारी हार झेलनी पड़ी. बीजेपी के तंज से इधर कांग्रेस कमलनाथ के जन्मदिन को सियासत से अलग करके देख रही है…कांग्रेस का मानना है कि कमलनाथ ने छिंदवाड़ा के विकास में अमूल्य योगदान दिया है…उनका छिंदवाड़ा से रिश्ता बीजेपी नहीं समझ सकती…
Tikamgarh News: टीकमगढ़ के पूर्व विधायक राकेश गिरी और उनकी पत्नी पर जानलेवा हमला, शराब के नशे में धुत्त थे बदमाश
Tikamgarh News: टीकमगढ़ जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। पूर्व भाजपा विधायक राकेश गिरी व उनकी पत्नी...