नयी दिल्ली, 10 जनवरी (भाषा) देश भर में करीब 1,200 पक्षियों के मृत पाए जाने तथा सात राज्यों में ‘एवियन इन्फ्लुऐंजा’ फैलने की पुष्टि होने के एक दिन बाद, रविवार को केंद्र ने विभिन्न चिड़ियाघर प्रबंधनों को निर्देश दिया कि वे केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) को दैनिक रिपोर्ट भेजें और ऐसा तब तक जारी रखें जब तक कि उनके इलाके को रोगमुक्त घोषित नहीं कर दिया जाता।
पर्यावरण मंत्रालय के तहत आने वाले सीजेडए ने कार्यालयी ज्ञापन जारी कर सभी चिड़ियाघरों के प्रबंधन को निगरानी रखने और पक्षियों के दड़बों के प्रबंधन को मजबूत करने का निर्देश दिया।
इसमें कहा गया, ‘‘रोगग्रस्त इलाकों में पक्षियों के दड़बे वाले हिस्सों में प्रवेश को रोका जा सकता है तथा उस पर निगरानी भी रखी जा सकती है। चिड़ियाघर में आने वाले सभी वाहनों को सैनिटाइज किया जाए। चिड़ियाघर के भीतर सभी जलाशयों पर निगरानी रखी जाए तथा कृत्रिम जलाशयों को खाली भी किया जा सकता है।’’
इसमें यह भी कहा गया कि चिड़ियाघर के प्रभारी को सीजेडए को तब तक दैनिक रिपोर्ट भेजनी होगी जब तक कि इलाके को एवियन इन्फ्लुऐंजा से मुक्त घोषित नहीं कर दिया जाता।
गौरतलब है कि शनिवार को देश में 1,200 से अधिक पक्षी मृत अवस्था में मिले थे। केंद्र ने कहा था कि एवियन इन्फ्लुऐंजा की पुष्टि सात राज्यों में हुई है।
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