Bipin Rawat Passed away: वायुसेना ने विमान हादसे में CDS Bipin Rawat के मौत की पुष्टी की। बतादें कि तमिलनाडु के कोयंबटूर और सुलूर जिले के बीच भारतीय सेना का एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है। Air Force के इस विमान में जनरल विपिन रावत (ipin rawat), उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) समेत कुल 14 लोग सवार थे।
कहां जा रहे थे रावत
बतादें कि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत पत्नी और कई बड़े अधिकारियों के साथ तमिलनाडु के एयरफोर्स स्टेशन सुलूर से वेलिंगटन जा रहे थे। यहां जाने के लिए आज सुबह ही दिल्ली से तमिलनाडु के लिए बिपिन रावत रवाना हुए थे।
With deep regret, it has now been ascertained that Gen Bipin Rawat, Mrs Madhulika Rawat and 11 other persons on board have died in the unfortunate accident.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) December 8, 2021
देश के पहले सीडीएस बनाए गए थे
गौरतलब है कि जनरल बिपिन रावत को मोदी सरकार ने देश का पहला सीडीएस बनाया था। आर्मी चीफ के पद से 31 दिसंबर 2019 को रिटायर होने के बाद बिपिन रावत को यह पद सौंपा गया था। 31 दिसंबर 2016 को वे आर्मी चीफ बनाए गए थे। जनरल रावत को पूर्वी सेक्टर में LoC, कश्मीर घाटी और पूर्वोत्तर में काम करने का लंबा अनुभव था। अशांत इलाकों में काम करने के अनुभव को देखते हुए मोदी सरकार ने उन्हें दिसंबर 2016 में दो वरिष्ठ अफसरों पर तरजीह देते हुए आर्मी चीफ बनाया था।
Gen Bipin Rawat was an outstanding soldier. A true patriot, he greatly contributed to modernising our armed forces and security apparatus. His insights and perspectives on strategic matters were exceptional. His passing away has saddened me deeply. Om Shanti. pic.twitter.com/YOuQvFT7Et
— Narendra Modi (@narendramodi) December 8, 2021
कौन हैं CDS बिपिन रावत ?
-चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी CDS 1 जनवरी 2020 को CDS बने थे बिपिन रावत
-भारतीय थलसेना के प्रमुख रहे बिपिन रावत
-31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 रहे थल सेनाध्यक्ष
-उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में हुआ जन्म
-चौहान राजपूत परिवार में हुआ जन्म
-रावत एक मिलिट्री टाइटल है
-गढ़वाल के शासकों ने कई राजपूतों को रावत टाइटल दिया
-पिता लक्ष्मण सिंह चौहान भी सेना में रहे
-पिता सेना में लेफ्टिनेंट जनरल रहे
-बिपिन रावत की कई पीढ़ी सेना में रहीं
-भारतीय सैन्य अकादमी से स्नातक की डिग्री हासिल की
-IMA देहरादून में ‘सोर्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित हुए
-देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से रक्षा एवं प्रबन्ध अध्ययन में एमफिल किया
-मद्रास विश्वविद्यालय से स्ट्रैटेजिक और डिफेंस स्टडीज में एमफिल किया
-चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से सैन्य मीडिया अध्ययन में पीएचडी
-जनवरी 1979 में सेना में मिजोरम में पहली नियुक्ति हुई
-नेफा इलाके में तैनाती के दौरान बटालियन की अगुवाई की
-कांगो में संयुक्त राष्ट्र की पीसकीपिंग फोर्स की भी अगुवाई की
-01 सितंबर 2016 को सेना के उप-प्रमुख का पद संभाला।
My heart goes out to the families of those who lost their loved ones in this accident. Praying for the speedy recovery of Gp Capt Varun Singh, who is currently under treatment at the Military Hospital, Wellington.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 8, 2021