पटना। पश्चिम बंगाल में पार्टी का कद बढ़ाने के लिए जदयू ने इस बार विधानसभा (JDU-RLSP Merger) चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है। लेकिन चुनाव से पहले ही जदयू को बड़ा झटका लगा है। जदयू ने पहले चरण की वोटिंग के लिए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में चार सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं, जिसमें से तीन प्रत्याशियों के नामांकन रद्द हो गए हैं। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह की सहमति के बाद पार्टी से पश्चिमी मिदनापुर और बांकुरा इलाके की चार सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जिसमें से तीन के नामांकन रद्द हो गए।
14 मार्च को होगा विलय
14 मार्च को पटना में रालोसपा का जदयू में विलय होगा, जहां इस मौके पर (JDU-RLSP Merger) खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौजूद रह सकते हैं। रालोसपा के एक वरिष्ठ नेता ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, ‘रालोसपा ने जदयू के साथ विलय पर पार्टी कार्यकर्ताओं से मंजूरी लेने के लिए 13-14 मार्च को पटना में दो दिवसीय बैठक बुलाई है।’ माना जा रहा है कि बिहार विधानसभा 2020 में मिली हार के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने विलय का फैसला लिया है।