NEET Paper Leak Case: NEET पेपर लीक केस में बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में जांच कर रही SIT ने अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में नीट पेपर लीक (NEET Paper Leak) के लिए पैसे के लेन-देन से लेकर कई राज कबूल किए हैं। वहीं बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने नौ कैंडिडेट्स को पूछताछ के लिए बुलाया है। EOU इनके पेरेंट्स से भी पूछताछ करेगी। जिन कैंडिडेट्स को नोटिस भेजे गए हैं। वे बिहार के अलग-अलग जिलों के हैं। माना जा रहा है, इन कैंडिडेट्स के बयानों से मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम में बड़ी चूक के संकेत मिल सकते हैं।
सॉल्वर गैंग के पास 13 कैंडिडेट्स के रोल नंबर मिले
EOU के DIG मानवजीत सिंह ढिल्लों के मुताबिक, पुलिस की अब तक की जांच में सॉल्वर गैंग के पास 13 कैंडिडेट्स के रोल कोड मिले थे।
इनमें से चार छात्रों को पुलिस ने पेपर लीक का केस सामने आते ही दबोच लिया था।
कैंडिडेट्स और उनके पैरेंट्स से सॉल्वर गिरोह से उनके जुड़ाव के बारे में जानकारी ली जाएगी।
यह भी पूछेंगे कि क्या इन 9 कैंडिडेट्स को भी सॉल्वर गिरोह ने परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र रटवाए थे।
सोमवार-मंगलवार को होगी 9 कैंडिडेट्स से पूछताछ
बाकी 9 कैंडिडेट्स के बारे में EOU ने NTA (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) से जानकारी मांगी थी। NTA ही परीक्षा आयोजित करती है।
बताते हैं जानकारी मिलने के बाद अब उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया है। उन्हें सोमवार और मंगलवार को आने के लिए कहा गया है। हालांकि, एनटीए ने हालिया घटनाक्रम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान ने यह कहा
यह तब हो रहा है जब केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि किसी भी परीक्षा के आयोजन में किसी भी तरह की गड़बड़ी या अनियमितता की कोई गुंजाइश नहीं है।
उन्होंने कहा, “हर पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है। जिम्मेदारी तय की जाएगी और चूक होने पर प्रकृति के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रधान ने कहा कि गड़बड़ी कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो NTA की जवाबदेही भी तय की जाएगी।
EOU की जांच में सामने आया है कि ‘सॉल्वर गैंग’ के पास 13 कैंडिडेट्स के रोल नंबर पाए थे और उनमें से चार कैंडिडेट्स को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
इसके बाद EOU ने NTA से नौ उम्मीदवारों की जानकारी संदर्भ प्रश्नपत्र के साथ मांगी है।
30 लाख रुपए से अधिक में बिका NEET का पेपर
कथित गड़बड़ी की जांच के लिए गठित एजेंसी की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है।
एक मैगजीन ने दावा किया है कि उसने पुलिस के पास से गिरफ्तार आरोपियों के कबूलनामे को एक्सक्लूसिव तौर पर एक्सेस किया है,
जिसमें प्रश्नपत्रों के लिए राशि के लेन-देन का संकेत मिलता है। बयानों में दावा किया गया है कि मेडिकल कैंडिडेट्स ने प्रश्नपत्रों के लिए ‘दलालों’ को 30 लाख रुपए से अधिक का सौदा किया है।
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क्या है बिहार में पेपर लीक केस
बिहार के साथ पूरे देश में 5 मई को NEET की परीक्षा हुई। इसमें देशभर के करीब 24 लाख से ज्यादा कैंडिडेट शामिल हुए।
बिहार में NEET की परीक्षा में सॉल्वर गैंग के 13 लोग दबोचे गए। इनमें 4 मेडिकल स्टूडेंट थे। वहीं, पूर्णिया से भी 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
ये दूसरे कैंडिडेट्स की जगह परीक्षा दे रहे थे। ये लोग बायोमैट्रिक चेकिंग के दौरान पकड़ में आए।
साथ ही गोपालगंज पुलिस ने भी एक कैंडिडेट को गिरफ्तार किया था। ये भी दूसरे छात्र की जगह एग्जाम दे रहा था।
NEET पेपर में गड़बड़ी के आरोप में पटना के शास्त्रीनगर थाने में केस नंबर-358/24 दर्ज किया था।
पूर्णिया से पकड़े गए डमी कैंडिडेट राजस्थान के जालौर, भोजपुर, बेगूसराय और सीतामढ़ी के रहने वाले हैं।
सभी कैंडिडेट्स को शहर के मधुबनी टीओपी थाना के एसआरडीएसी स्कूल के एग्जाम सेंटर से गिरफ्तार किया गया था।
वहीं, गोपालगंज से पकड़ा गया छात्र राजस्थान का रहने वाला था। उसकी पहचान बाड़मेर जिले के कुडला गांव निवासी प्रह्लाल राम के बेटे सतीश कुमार पुत्र प्रहलाद राम में हुई थी।