TI Hakam Singh Suicide Case : भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में पदस्थ टीआई हाकम सिंह पंवार ने इंदौर के पुलिस कंट्रोल रूम में खुद को गोली मारकर सुसाइड (TI Hakam Singh Suicide Case) कर लिया था। टीआई ने सुसाइड से पहले एक महिला सब इंस्पेक्टर को भी गोली मारी (TI Hakam Singh Suicide Case) थी इसके बाद उसने अपनी जीवन लिला समाप्त कर ली थी। टीआई हाकम सिंह महिला एसआई से मिलने पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचे थे। घटना में महिला एसआई रंजना खांडे घायल हो गई थी। जिन्हें निजी अस्पताल ले जाया गया। 58 साल के टीआई हाकम सिंह कॉन्स्टेबल के पद पर पुलिस में भर्ती हुए थे। वह इंदौर, महेश्वर, राजगढ़, खरगोन और भोपाल में पदस्थ रहे।
जानकारी के अनुसार टीआई हाकम सिंह (TI Hakam Singh Suicide Case) 6 फरवरी 2022 को भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में पदस्थ हुए थे। वह खटलापुरा इलाके में फ्लैट लेकर किराए से रहते थे। वह मूल रूप से तराना उज्जैन के रहने वाले हाकम सिंह भोपाल में अकेले रहते थे। वही घायल एसआई रंजना खरगोन जिले की रहने वाली हैं और उनकी पहली पोस्टिंग धार में हुई थी। वे साल 2018 में इंदौर आई थीं। पुलिस कंट्रोल रूम में पदस्थ थीं। फिलहाल घायल महिला एसआई का उपचार चल रहा है और उनकी हालत ठीक बताई जा रही है।
मौत के बाद सामने आई पांच पत्नियां
हाकम सिंह (TI Hakam Singh Suicide Case) की मौत के बाद बीते शनिवार को दो पत्नियां सामने आई हैं। इसके बाद धीरे धीरे उनकी पांच पत्नियों के नाम सामने आए। हाकम सिंह की मौत (TI Hakam Singh Suicide Case) के बाद कॉन्स्टेबल माया ने अफसरों को बताया की वह हाकम सिंह की पत्नी है। जबकि हाकम सिंह (TI Hakam Singh Suicide Case) की सर्विस बुक में लता पंवार का नाम लिखा है। वही हाकम सिंह की मौत के बाद मॉर्चुरी पहुंची रेशमा शेख ने भी दावा किया वह उसकी तीसरी वही तराना की लीलावती और सीहोर की सरस्वती उनकी पहली और दूसरी पत्नियां हैं। पुलिस के सामने आई पांच पत्नी को लेकर पुलिस भी हैरान है। हाकम सिंह के सुसाइड मामले में पुलिस पांचों पत्नियों के बयान दर्ज कर सकती है।
क्रेटा गाड़ी बनी विवाद का कारण!
जिस क्रेटा गाड़ी को लेकर विवाद की बात सामने आ रही है, पुलिस ने उस गाड़ी को जब्त कर लिया है। क्रेटा गाड़ी को महिला पुलिसकर्मी के भाई कमलेश के नाम पर थी। हाकम सिंह (TI Hakam Singh Suicide Case) ने ही कमलेश को यह गाड़ी दिलाई थी। हाकम सिंह (TI Hakam Singh Suicide Case) से गाड़ी लेने के लिए कमलेश ने 3 जून को पुलिस में एक आवेदन दिया था। आवेदन में कमलेश ने हाकम सिंह पर आरोप लगाए गए थे कि वह उसकी गाड़ी वापस नहीं कर रहे हैं। आवेदन के बाद हाकम सिंह ने यह कार इंदौर आकर कमलेश को वापस देने की बात कही थी। कमलेश, उसकी बहन रंजना और हाकम सिंह (TI Hakam Singh Suicide Case) तीनों पुलिस कंट्रोल रूम में आईसीएच में मिले। यह मुलाकात हादसे के एक दिन पहले यानी गुरुवार को हुई थी। इस दौरान तय हुआ था कि हाकम सिंह शुक्रवार को गाड़ी दे देंगे। लेकिन गाड़ी सौंपने के पहले ही हाकम सिंह (TI Hakam Singh Suicide Case) ने खुद को गोली मार ली।