Bhopal Saurabh Sharma Gold Case: भोपाल में RTO के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा का अपॉइंटमेंट लेटर सामने आया है। इसमें साफ लिखा है कि सौरभ शर्मा को 2 साल के लिए अस्थाई नौकरी मिली थी, लेकिन वो मध्यप्रदेश परिवहन विभाग में 7 साल तक काम करता रहा। 7 सालों में सौरभ ने शून्य से काले धन का कुबेर बनने तक का सफर तय किया।
93 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति बरामद
भोपाल में आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के यहां 9 दिन में तीन एजेंसियां ईडी, लोकायुक्त और आयकर विभाग ने छापे मारे थे। कार्रवाई के दौरान अब तक उसके पास 93 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी मिली है। इनमें कार में मिला 52 किलो सोना और 11 करोड़ कैश भी शामिल है।
सौरभ के परिजन और दोस्तों का 4 करोड़ बैंक बैलेंस
ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने 27 दिसंबर को सौरभ शर्मा और उसके साथियों चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल, रोहित तिवारी के ठिकानों पर छापे किए। सोमवार को ED ने जानकारी दी कि इस सर्च ऑपरेशन में सौरभ के परिवार और दोस्तों के खातों में 4 करोड़ रुपए का बैंक बैलेंस मिला है। इसके साथ ही 23 करोड़ की संपत्ति भी जांच में शामिल की गई है।
6 करोड़ की FD
भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में हुई जांच में 6 करोड़ रुपए की FD का पता चला है। फर्मों और कंपनियों के माध्यम से किए गए निवेश का खुलासा हुआ है।
सौरभ शर्मा के ठिकानों पर PMLA (धन शोधन निवारण अधिनियम) के तहत की गई जांच में ED को उनके परिवार, दोस्तों और सहयोगियों के नाम पर खरीदी गई संपत्तियों का विवरण मिला है। जांच के दौरान बैंक खातों और संपत्तियों का विश्लेषण किया गया, जिससे पता चला कि सौरभ शर्मा ने कई संपत्तियां अपने परिवार के सदस्यों, दोस्तों और कंपनियों के नाम पर खरीदी हैं। भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में 8 जगहों पर की गई छापेमारी में 6 करोड़ रुपए से ज्यादा की FD की जानकारी भी मिली है।
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सौरभ के साथी चेतन सिंह गौर के पास बड़ा बैंक बैलेंस
सौरभ शर्मा के साथी चेतन सिंह गौर के पास बड़ा बैंक बैलेंस है। ED के मुताबिक सौरभ शर्मा के परिवार और कंपनियों के नाम पर 4 करोड़ रुपए मिले हैं। इसके अलावा 23 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति और उससे जुड़े दस्तावेज भी मिले हैं। ED ने 27 दिसंबर को भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में छापे मारे। सौरभ के साथ उसके सहयोगी चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल और रोहित तिवारी के ठिकानों पर भी रेड मारी। ये सभी संदिग्ध लाभार्थियों में शामिल हैं या सौरभ के व्यवसाय में सहयोगी हैं।
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