भोपाल। Bhopal News : अगर आप समोसा खाने के शौकीन हैं तो mp hindi news आपको ये खबर जरूर पढ़ लेनी चाहिए। mp breaking news दरअसल शहर के जहांगीराबाद इलाके में स्ट्रीट फूड की दुकान से एक परिवार को समोसा खाना महंगा पड़ गया। चाट खाने से एक ही परिवार के 6 सदस्यों की तबीयत बिगड़ी। जिसके उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। शहर के जहांगीराबाद इलाके में स्ट्रीट फूड शॉप पर समोसा खाने से परिवार के 6 सदस्यों की तबीयत बिगड़ गई। जिन्हें तुरंत हमीदिया अस्पताल के इमंरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। जांच में पता चला सभी लोगों न बाजार से समोसे मंगाकर खाए थे। डॉक्टर का कहना है कि ये लोग समोसा खाने से बीमार हुए हैं। जिसके तुरंत बाद उन्हें उल्टी दस्त की शिकायत आई थी। जिसके बाद आनन—फानन में उन्हें भर्ती कराया गया था। आपको बता दें शहर में करीब 6 हजार स्ट्रीट फूड शॉप हैं। पर इन पर कभी फूड विभाग द्वारा जांच नहीं की जाती।
नहीं होती जांच —
एक तरफ राजधानी भोपाल में ईट राइट फूड का दर्जा मिलता जा रहा है। तो वहीं खाद्य विभाग के अधिकारियों द्वारा इन स्ट्रीट फूड की कभी जांच नहीं की जाती। आपको बता दें शहर में करीब 6 हजार स्ट्रीट फूड शॉप है। जहां पर एक निम्न और मध्यम वर्ग के करीब 1 लाख लोग अपने खाने का शौक पूरा करते हैं। इन दुकानदारों द्वारा एक ही तेल को बार—बार गर्म करके उपयोग किया जाता है।
इसलिए नहीं होती स्ट्रीट फूड की जांच —
आपको बता दें फूड सैफ्टी एक्ट के तहत कुछ नियम हैं जिनके आधार पर फूड की जांच की जाती है। अधिकारियों का कहना है कि जब भी किसी तेल के सैंपल की जांच होती है तो वह 2 लीटर से कम नहीं होना चाहिए। जबकि स्ट्रीट फूड स्टॉल वाले इतनी मात्रा में तेल नहीं रखते हैं इसलिए उनकी जांच कर पाना संभव नहीं होता है।
डॉक्टर्स से जानें कितना खतरनाक है स्ट्रीट फूड
चिकित्सकों की मानें तो जब एक ही तेल को बार—बार गर्म किया जाता है तो उस कंडीशन में उसमें ट्रांस फेटी एसिड बनने लगता है। जो चीजों को गर्म करने या तलने पर और अधिक बढ़ जाता है। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के अनुसार एक तेल को अधिकतम दो बार ही गर्म करके उपयोग करना चाहिए। ट्रांसफेटी एसिक हृदय में चर्बी को बढ़ा कर खून प्रवाह को प्रभावित करता है। जिससे हृदय संबंधी रोगों के होने की आशंका बढ़ जाती है।
स्ट्रीट फूड से होने वाली बीमारियां —
डायबिटीज
कैंसर
हाईपरटेंशन
डायरिया
आंतों में सूजन
मोटापा
डिप्रेशन
दांतों की परेशानी
त्वचा रोग