भोपाल। प्रदेश में नाम बदलने के मुद्दे एक बार फिर गर्माने लगे हैं। हाल ही में लालघाटी और होशंगाबाद के नाम बदलने के बाद अब भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का भी नाम बदलने की चर्चा तेज हो गई है। राजधानी के हबीबगंज स्टेशन का नाम बदलने को लेकर अब भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ने हबीबगंज का नाम बदलने की बात कही है। सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव राज्यसभा में रखा जाएगा। बता दें कि गुरुवार को साध्वी प्रज्ञा डीआरएम कार्यालय में आयोजित रेलवे की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में पहुंची थी। इस बैठक के बाद साध्वी प्रज्ञा ने हबीबगंज स्टेशन के नाम बदलवाने की बात कही है। डीआरएम कार्यालय में आयोजित इस बैठक में साध्वी प्रज्ञा ने एक सदस्य के रूप में हिस्सा लिया है। बैठक में डीआरएम ने बताया कि सूखी सेवनिया स्टेशन को डेवेलप करने की अनुमति मिल चुकी है।
इस स्टेशन पर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा। डीआरएम ने बताया कि भोपाल से सूखी सेवनिया तक तीसरी रेलवे लाइन का काम भी पूरा हो चुका है। अब इन दोनों स्टेशनों के बीच मेमो ट्रेन चलाई जाएगी। यहां सूखी सेवनिया स्टेशन पर डिस्प्ले वॉशरूम और बैठक व्यवस्था पहले से बेहतर की जा रही है। इस बैठक में पार्किंग के रेट का मुद्दा भी उठा है। रेलवे अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक पार्किंग का रेट आईआरएसडीसी तय करती है। इस बैठक में मौजूद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने भोपाल रेलवे स्टेशन के आस-पास पसरी गंदगी को भी साफ करने के निर्देश दिए हैं। साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि रेलवे स्टेशन के आस-पास फैली गंदगी को हटाया जाए। सांसद प्रज्ञा ने कहा कि राजधानी में रेलवे फाटकों की जगह ब्रिज बनाए जा रहे हैं। वर्तमान में भोपाल में कुल 6 फाटक हैं। इन सबी को जल्दी ही बंद कर इनके ऊपर ब्रिज बनाया जाएगा।
लालघाटी के नाम बदलने की भी उठ चुकी चर्चा…
बता दें कि इससे पहले राजधानी के लालघाटी का नाम बदलने की चर्चा भी उठ चुकी है। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने इसकी मांग की थी। इतना ही नहीं प्रदेश के होशंगाबाद जिले का भी नाम बदलने की चर्चा तेज हो चुकी है। होशंगाबाद जिले में तो नाम बदलने को लेकर काफी तेजी से मांग उठी थी। वहीं भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी लालघाटी का नाम बदलने की मांग उठा चुके हैं। बता दें कि भाजपा सरकार के आने के बाद देश के स्थानों के नाम बदलना शुरू किए गए थे। उप्र सीएम योगी आदित्यनाथ ने नाम बदलने के ट्रेंड को सबसे पहले शुरू किया था। उप्र के शहर अलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया जा चुका है।