हाइलाइट्स
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पेड़ों की नहीं ली जाएगी बलि
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नए बंगलों का प्रस्ताव नामंजूर
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आदेश तक आंदोलन रहेगा जारी
Bhopal MP News: भोपाल के तुलसी नगर-शिवाजी नगर में बनने वाले बंगलों का प्रस्ताव नामंजूर हो गया है। आपको बता दें कि अब मंत्री-विधायकों के बंगलों के लिए 29 हजार पेड़ों की बलि नहीं ली जाएगी।
इसकी जानकारी नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया हैंडल पर दी है। अब बंगलों के लिए राजधानी में नई वैकल्पिक जगह खोजी जाएगी।
लोगों ने 29 हजार पेड़ों के काटे जाने का विरोध किया था। अब नए प्रस्ताव में जनप्रतिनिधियों के साथ नागरिकों की राय भी ली जाएगी।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पोस्ट में लिखा
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में लिखा कि नए भोपाल के पुनर्घनत्वीकरण योजना के तहत पर्यावरण संरक्षण और क्षेत्र के पेड़ो को देखते हुए जो प्रस्ताव प्रस्तुत किया था।
प्रस्ताव पर विचार करके उसे अस्वीकृत कर दिया गया है। मंत्रियों के बंगलो के लिए नई वैकल्पिक जगह खोजी जाएगी। नए प्रस्ताव के लिए शुरुआती स्तर पर भी नागरिकों और जनप्रतिनिधियों से विचार किया जाएगा।
नये भोपाल के पुनर्घनत्वीकरण योजना के पर्यावरण संरक्षण एवं क्षेत्र में विद्यमान वृक्षों को देखते हुए प्रस्तुत प्रस्ताव को संपूर्ण विचारोपरांत अस्वीकृत कर अन्य वैकल्पिक स्थानों के परीक्षण के निर्देश दिये गये है।
नवीन प्रस्ताव हेतु प्रारंभिक स्तर पर भी नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों…
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) June 17, 2024
आदेश नहीं निकलने तक आंदोलन रहेगा जारी
आपको बता दें कि नगरीय प्रशासन मंत्री विजयवर्गीय के ट्वीट के बाद भी आज शाम को होने वाला प्रदर्शन जारी रहेगा। पूर्व पार्षद अमित शर्मा के मुताबिक, मंत्री विजयवर्गीय द्वारा किए गए ट्वीट से काम नहीं चलेगा। ये मौखिक है। ऐसे आस्वासन पहले भी कई बार दिए जा चुके हैं।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौखिक ये बात कही थी। लेकिन हमें आदेश चाहिए। सरकार आदेश निकाले। इसके बाद ही हम आंदोलन से हटेंगे। शाम को होने वाला आंदोलन जारी रहेगा। साथ ही कैंडल मार्च भी निकाला जाएगा।
आज शाम को निकलेगा कैंडल मार्च
12 जून से लगातार इस प्रोजेक्ट को लेकर प्रदर्शन हो रहा है। आज शाम को 5.30 बजे भी सेकेंड स्टॉप तुलसी नगर में कैंडल मार्च निकलेगा।
इस कैंडल मार्च में लोग बड़ी संख्या में शामिल होकर विरोध दर्ज करेंगे। पूर्व पार्षद अमित शर्मा के मुताबिक, ये 29 हजार पेड़ 50 से 70 साल पुराने हैं। जिन्हें बचाने के लिए लोग सड़क पर उतरे हैं।
59 विधायकों ने कही ये बात
30 हजार पेड़ों के बलिदान को देखते हुए 59 विधायकों का कहना है कि पेड़ो की बली चढ़ाकर बनाने गए मकानों में वे रहना कतई पसंद नहीं करेंगे।
वहीं करीब 12.5 फीसदी विधायकों ने यहां बन रहे मकानों का समर्थन किया था। लेकिन साथ ही ये भी कहा था कि जितना हो सके पेड़ो को बचाया जाए।
52.9 फीसदी विधायकों ने पेड़ो के कटने का विरोध तो किया, लेकिन उन्होंने दूसरे मकानों की मांग की। तो वहीं 23 फीसदी विधायकों ने इस प्रोजेक्ट को लेकर सवालों को टाल दिया।
59 विधायक यानी 56.7 फीसदी ने कहा कि वे 30 हजार पेड़ों की बलि चढ़ाकर बनने वाले आवासों में रहना कतई पसंद नहीं करेंगे।
वहीं 12.5 फीसदी विधायकों ने इसी जगह पर बन रहे प्रोजेक्ट का समर्थन किया, मगर ये भी कहा कि जितना हो सके पेड़ों को बचाना चाहिए।
25.9 फीसदी विधायकों पेड़ काटे जाने का तो विरोध किया, लेकिन उन्होंने दूसरी जगह आवास की भी मांग की। तो 23 फीसदी विधायकों ने सवालों को टाल दिया।
पेड़ो को बचाने के लिए चलाया चिपको आंदोलन
शिवाजी नगर-तुलसी नगर की हरियाली बचाने के लिए लोगों ने चिपको आंदोलन चलाया। पेड़ों से लिपटकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। इसके साथ ही लोगों ने इस प्रोजेक्ट को लेकर विरोध भी किया।
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