हाइलाइट्स
-
भोपाल में शुक्रवार को मेट्रो ट्रैक पर ट्रेन का 80 किलो मीटर की स्पीड से दौड़ाया गया
-
छह महीने पहले 3 अक्टूबर 2023 को मेट्रो का पहली बार हुआ था ट्रायल रन
-
मेट्रो स्टेशन पर एयरपार्ट के अंदर जैसी तस्वीर नजर आएगी, फूड प्लाजा और शॉप भी होंगी
Bhopal Metro: भोपाल में मेट्रो के 5 कोच आ चुके हैं। जिन्हें ट्रैक पर दौड़कर ट्रायल रन किया जा रहा है।
शुक्रवार को भी मेट्रो ट्रैक पर ट्रेन को चलाया गया। जिसकी स्पीड 80 Km प्रति घंटा रखी गई।
इससे पहले गुरुवार को रफ्तार 60Km प्रतिघंटा थी।
शुक्रवार को भी मेट्रो (Bhopal Metro) का ट्रायल सुभाष नगर से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के बीच किया गया। 80 की स्पीड पर पूरे मेट्रो के स्ट्रक्चर का एक तरह से टेस्ट किया गया।
80 की स्पीड से दौड़ी भोपाल की मेट्रो, रानी कमलापति से सुभाष नगर तक ट्रायल रन#metrotrain #metro2024 #bhopalmetro #madhyapradesh #ranikamlapati #subhashnagar pic.twitter.com/Hd20QwR0YO
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) May 17, 2024
छह महीने बाद हुआ फिर मेट्रो का ट्रायल
मेट्रो (Bhopal Metro) के अफसरों के मुताबिक, 3 अक्टूबर 2023 को मेट्रो का पहली बार ट्रायल रन हुआ था। यानी छह महीने बाद फिर से मेट्रो (Bhopal Metro) का ट्रायल हुआ है।
हालांकि अक्टूबर से लगातार ट्रेन को टेस्ट और मुख्य ट्रैक पर लाया जा रहा है।
अभी तक हुए ट्रायल रन 25 से 30 किलोमीटर की स्पीड पर ही हुए हैं, लेकिन गुरुवार को 60 Km और शुक्रवार को 80 Km की स्पीड से ट्रायन रन हुआ।
छह किलोमीटर से लंबा है प्रायोरिटी कॉरिडोर
भोपाल में मेट्रो (Bhopal Metro) का 6.22 किमी लंबा प्रायोरिटी कॉरिडोर है। अगले कुछ महीनों में कमर्शियल रन शुरू करने का प्लान है।
इसके बाद जब लोग मेट्रो ट्रेन में सफर करने के लिए स्टेशन में एंट्री करेंगे तो एयरपार्ट के अंदर जैसी तस्वीर नजर आएगी।
जहां फूड प्लाजा और कुछ शॉप भी दिखाई देंगी।
जहां से लोग खाने-पीने और जरूरत का सामान भी खरीद सकेंगे। इसके लिए मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने तैयारी भी शुरू कर दी है।
एक्सपर्ट के जरिए प्लान तैयार बन रहे हैं। ऐसा ही प्लान इंदौर मेट्रो स्टेशनों के लिए भी बनाए जाएंगे।
ये खबर भी पढ़ें: Indore News: फरार बीजेपी नेता बम को गिरफ्तारी से राहत नहीं, अग्रिम जमानत पर आपत्ति, हाईकोर्ट में अब सुनवाई 24 मई को
पांच स्टेशनों का 90 फीसदी काम पूरा
मेट्रो (Bhopal Metro) का प्रायोरिटी कॉरिडोर सुभाषनगर से एम्स के बीच है। पांच स्टेशन- RKMP, सुभाष नगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी के सामने और एमपी नगर हैं।
इन सभी का काम 90% तक पूरा हो चुका है। जबकि डीआरएम चौराहा, एम्स और अलकापुरी में भी 60 से 70% तक का काम पूरा हो चुका है।
इसी बीच इन स्टेशनों से रेवेन्यू जनरेट करने के लिए प्लान भी तैयार किए जाने लगे हैं।