हाइलाइट्स
- कोलार में घर में लगा स्मार्ट मीटर अचानक फटा।
- मीटर में धमाके से हड़कंप, कोई जनहानि नहीं।
- लोगों ने स्मार्ट मीटर की गुणवत्ता पर उठाए सवाल।
Bhopal Smart Meter Blast: भोपाल के कोलार इलाके में उस समय हड़कंप मच गया जब एक घर में अचानक लगे स्मार्ट मीटर (Smart Meter) में विस्फोट हो गया। तेज धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग घबरा गए और घरों से बाहर निकल आए। हालाँकि इस हादसे में कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ, लेकिन घटना ने स्मार्ट मीटर की गुणवत्ता और बिजली सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्मार्ट मीटर में अचानक विस्फोट
भोपाल के कोलार क्षेत्र में बुधवार को एक घर में लगे स्मार्ट मीटर में अचानक तेज धमाका हुआ। आग लगते ही मीटर जल उठा, यह धमाका इतना जबरदस्त था कि घर के सदस्य घबरा गए और पड़ोसी भी दहशत में आ गए।
लोग बोले- ऐसा पहली बार देखा
धमाके के बाद स्थानीय लोगों ने बताया कि ऐसा हादसा उन्होंने पहले कभी नहीं देखा। कई लोगों ने स्मार्ट मीटर की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को लेकर चिंता जताई।
दो महिने पहले लगाया था स्मार्ट मीटर
मामले में घर मालिक ने बताया कि यह घटना बुधवार की सुबह साढ़े दस बजे की है, दीपावली पर जैसे फटाखे फूटते है वैसे ही मीटर तेज आवाज के साथ जल रहा था। उपभोक्ता ने आगे बताया कि यह मीटर दो माह पहले ही नया मीटर लगाया था, उन्होंने आगे कहा कि एमपीईबी ने आग लगने का कारण लूज कनेक्शन बताया है, यह मीटर उनकी तरफ से ही लगाया गया था, यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी एक स्मार्ट मीटर में आग लगने की घटना हो चुकी है।
बिजली कंपनी की टीम मौके पर पहुंची
घटना की जानकारी मिलते ही बिजली कंपनी की टीम मौके पर पहुंची और क्षतिग्रस्त मीटर की जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच के अनुसार तकनीकी खराबी के कारण आग लगने की बात कही जा रही है।
लोगों ने उठाए सुरक्षा पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि स्मार्ट मीटर की गुणवत्ता अच्छी नहीं हुई तो ऐसे हादसे और भी हो सकते हैं। उन्होंने बिजली विभाग से अपील की है कि स्मार्ट मीटर की जांच की जाए और खराब क्वालिटी वाले मीटर हटाए जाएं।
अब तक 21 लाख से ज्यादा स्मार्ट मीटर लगे
राज्य में घरेलू उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य तेजी से प्रगति पर है। विद्युत वितरण कंपनियों द्वारा अब तक प्रदेशभर में लगभग 21 लाख ज्यादा स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, जबकि कुल 1.34 करोड़ मीटर लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। नए बिजली कनेक्शन पर अब अनिवार्य रूप से स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, ताकि भविष्य में इन्हें बदलने की आवश्यकता न पड़े। वहीं, पुराने उपभोक्ताओं के मीटर को चरणबद्ध रूप से स्मार्ट मीटर में बदला जा रहा है।
विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां बिजली बिल की वसूली चुनौतीपूर्ण है, वहां प्राथमिकता के आधार पर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य बिजली वितरण कंपनियों को हो रहे राजस्व नुकसान को कम करना और उपभोक्ताओं के खपत की निगरानी को पारदर्शी बनाना है, लेकिन अब स्मार्ट मीटर में आग लगने की घटना के बाद सुरक्षा और गुणवत्ता को लेकर गंभीर सवाल उठे हैं। फिलहाल मामले में जांच चल रही है।
घरेलू स्मार्ट मीटर के फायदे
- ऊर्जा की खपत को ट्रैक करने और ऊर्जा की बचत करने में मदद करता है।
- बिजली की खपत को सटीक रूप से मापता है, जिससे बिल में कोई गलती नहीं होती।
- एप के जरिए मोबाइल पर रियल-टाइम डेटा देखकर ऊर्जा की खपत को नियंत्रित कर सकते हैं।
- ऊर्जा की गुणवत्ता के बारे में जानकारी मिलती है, ताकि ऊर्जा की खपत को बेहतर बना सकते हैं।
- ऊर्जा की खपत को कम करने से पर्यावरण पर पड़ने वाला प्रभाव कम होता है।