International Herbal Fair 2024: महिला सशक्तीकरण की थीम पर मंगलवार से लाल परेड मैदान में अंतरराष्ट्री वन मेला शुरू हुआ। इस बार वन मेला में लोग सेहत के साथ स्वाद का आनंद ले सकेंगे। यहां मिलेट्स के फास्ट फूड जैसे पास्ता, नूडल्स के साथ गोंद, तिल, सोंठ, मैथी, उड़द, मूसली और पान के लड्डू लाए गए हैं।
वन मेले में सुबह 10 बजे से वैद्य निशुल्क चिकित्सा परामर्श देंगे। भोपाल वन मेले का शुभारंभ राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने किया। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ लघु वनोपज संघ के तहत प्रोत्साहन पारिश्रमिक राशि का वितरण किया।
इस कार्यक्रम में वन्य राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार, विधायक भगवान दास सबनानी, अपर मुख्य सचिव वन अशोक बर्णवाल और वन बल प्रमुख असीम श्रीवास्तव मौजूद रहे। वन मेले में राज्यपाल पटेल और सीएम यादव ने स्टाल्स का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने जनजातीय लोक कलाओं के जुड़े कलाकार दल से मुलाकात की।
यह भी पढ़ें- प्राइवेट स्कूल नहीं वसूल सकेंगे बस का किराया, फीस बढ़ाने पर कमेटी करेगी आखिरी फैसला
एमपी में औषधीय जड़ी-बूटियों का समृद्ध भंडार
राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा कि एमपी वन संपदा की दृष्टि से समृद्ध राज्य है। यहां औषधीय जड़ी-बूटियों का समद्ध भंडार है। कोरोना महामारी ने दुनिया को आयुर्वेदिक के महत्व से परिचित कराया है। वन्य राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार ने कहा, ‘प्रदेश सरकार ने तेंदूपत्ता संग्राहकों का मनोदय चार हजार रुपये प्रति मानक बोरा कर दिया है।’
राज्य में वनों की अलग पहचान
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मेले की शुरुआत 2001 में हुई थी और यह राज्य से आगे बढ़कर देश और फिर वैश्विक हो गया। प्रदेश की वन संपदा विशिष्ट है। उन्होंने कहा, ‘हम सौभाग्यशाली है कि हमारे यहां वन संपदा और वनों का आंतरिक वातारण विशेष है’।
सीएम ने कहा कि एमपी चीतों को पुनस्थापित करने में सफलता प्राप्त हुई। टाइगर में हम देश में नंबर वन पर है।
मिलेट के प्रोडेक्ट
वन मेले में युवाओं ने भी स्टॉल लगाए हैं। डायटीशियन पूजा मदान अपनी फ्रेंड के साथ मिलेट के फास्ट फूड में नूडल्स, पास्ता, रेड राइज फ्लेक्स सहित करीब 25 से ज्यादा प्रोडक्ट लेकर आई हैं। वहीं, अन्य स्टॉल में करेली का गुड़, आयुर्वेदिक प्रोडेक्ट और कई तरह की जड़ी-बूटियां मिल रही हैं।
सेहतभरे लड्डू मिल रहे
अंतरराष्ट्री वन मेले में एक स्टॉल की थीम ‘आयुर्वेदिक का स्वाद मिठास के साथ’ है। इसके संचालन राहुल जैन और श्रुति ने कहा कि पान के लड्डू के साथ अलसी आटा, ड्रायफूट्स सहित 30 प्रकार के लड्डू, गजक और कुकीज लेकर आए हैं।
मेले में यह भी मिलेगा
च्यवनप्राश, छोटी मधुमक्खी का शहद और अन्य फ्लेवर का शहद मिलेगा। आदिवासी जड़ी बूटी युक्त हेयर ऑयल, देसी घी, नीम-सरसों के पुष्पों का शहद, मंडला-नरसिंहपुर का गुड़, बालाघाट की जड़ीबूटियां, कन्नौज का इत्र, कोदो, कुटकी सहित कई प्रोडेक्ट मिल रहे हैं।
यह भी पढ़ें- भ्रष्टाचार से परेशान शख्स लोटते हुए पहुंचा मंदसौर कलेक्ट्रेट, कहा- नहीं हुई शिकायत की सुनवाई