भोपाल। bhopal-family-court वैसे तो दंपत्तियों के बीच होने वाले झगड़े आम हैं। mp news लेकिन यदि यही झगड़ा lifestyle बच्चे की परेशानी का कारण बन जाए तो समझ लीजिए अब खतरे की घंटी बज गई है। mp hindi news जी हां शहर के कोटरा क्षेत्र से कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है जहां माता—पिता के झगड़े ने इतना तूल पकड़ लिया है कि बच्चों के परवरिश को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। तो वहीं बच्चे मां—बाप के झगड़ों से इतना परेशान हो गए हैं कि मामला प्राधिकरण पहुंच गया है। 12 साल के बच्चे ने प्राधिकरण में फोन करके मदद मांगी है।
आखिर क्या है मामला —
कोटरा निवासी पति—पत्नी का झगड़ा इस कदर बढ़ गया है कि बच्चों की पढ़ाई उससे प्रभावित होने लगी है। पत्नी का कहना है कि पति अक्सर बिना बताए कई दिनों तक घर से बिना बताए गायब हो जाता है। इस दौरान वह बमुश्किल अपना और बच्चों का भरण पोषण करती है। दरअसल पति सरकारी कर्मचारी है। दोनों की शादी 14 साल पहले हुई थी। उन्होंने इंटरकास्ट मैरिज की थी। 2020 को मां ने फैमिली कोर्ट में भरण—पोषण के लिए आवेदन किया था। लेकिन पति के बार—बार गायब होने से वह परेशान है। खर्चें के लिए पैसे नहीं होते हैं।
इससे दोनों के बीच लगातार झगड़े होते हैं। इनसे परेशान होेकर 12 साल के बच्चे ने प्राधिकारण में फोन करके शिकायत की। उसे प्राधिकारण का नंबर कोर्ट से मिला था। उसकी शिकायत पर माता—पिता को बुलाकर उनकी काउंसलिंग कराई गई है। कोर्ट में मां ने बताया कि पति बार—बार गायब हो जाता है जिस कारण उसे बच्चों को पालने में परेशानी होती है। उसके पास पैसे नहीं होते हैं। सैलरी अकाउंट में आने के कारण उसके हाथ में कुछ नहीं आ पाता है। इस सब पर कोर्ट ने पति को फटकार लगाई है। साथ ही बिना मां के बच्चों को बाहर न ले जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मां को भी स्वास्वलंबी बनने की बात कही है। साथ ही समझाइश दी है कि 12 और 8 साल के दोनों बच्चे मां के पास रहेंगे। कोर्ट का कहना है कि दोनों बच्चों की पढ़ाई का खर्चा पिता को उठाना होगा।