हाइलाइट्स
- भोजपूर के पूर्व विधायक रामकिशन चौहान हुए ठगी का शिकार
- साइबर ठगों ने एटीएम कार्ड क्लोनिंग से उड़ाए 6.83 लाख रुपए
- भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी के चाचा हैं चौहान
रिपोर्ट-सनी मालवीय
Bhopal Cyber Fraud: इस डिजिटल दुनिया में साइबर फ्रॉड की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है, इसके साथ ही राजधानी भोपाल में साइबर ठगों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। आम लोगों के साथ-साथ अब बड़े राजनीतिक चेहरे भी इन शातिर ठगों निशाने पर हैं। भोपाल से फिर एक ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां भोजपुर विधानसभा के पूर्व विधायक रामकिशन सिंह चौहान साइबर ठगी का शिकार बन गए। ठगों ने उनके एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर खाते से 6 लाख 83 हजार रुपए उड़ा लिए। ठगी का सारा खेल 2 फरवरी से 1 मई के बीच किया गया। बड़ी बात यह कि पूर्व विधायक चौहान भोपाल में साइबर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी के चाचा हैं।
54 बार निकाले गए पैसे, बैंक को भनक तक नहीं
देशभर में साइबर फ्रॉड नए-नए तरीकों के लोगों की मेहनत की कमाई पर हाथ साथ कर रहे हैं। साथ ही एटीएम कार्ड बदलने, कार्ड क्लोनिंग (ATM Card Cloning) व उससे जुड़े सैकड़ों केस भी बढ़ रहे हैं। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी साइबर अपराधी दिन-ब-दिन नए-नए तरीके अपनाकर ठगी को अंजाम दे रहे हैं। ताजा मामला भोजपुर विधानसभा के पूर्व विधायक रामकिशन चौहान से जुड़ा है, जिनके खाते से साइबर ठगों ने 4 महीने में 6.83 लाख रुपए पार कर किए। लेकिन पूर्व विधायक और बैंक को कोई भनक नहीं लगी।
कैसे हुआ ठगी का खुलासा?
भोपाल में साइबर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी के चाचा और पूर्व विधायक रामकिशन सिंह से ठगी का मामला अरेरा कॉलोनी से सामने आया है। शातिर ठगों ने एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर खाते से 6 लाख 83 हजार लाख रुपए निकाल है। पूर्व विधायक के खाते से यह रकम 2 फरवरी से 1 मई के बीच 54 बार ट्रांजक्शन कर निकाली गई। हैरानी की बात यह है कि इस दौरान बैंक की ओर से एक भी अलर्ट मैसेज नहीं आया। जब 5 मई को मात्र 92 रुपए का ट्रांजक्शन अलर्ट मिला, तब जाकर उन्हें संदेह हुआ और उन्होंने बैंक में संपर्क किया।
कार्ड क्लोनिंग कैसे की गई?
जांच में सामने आया कि ठगों ने पंजाब नेशनल बैंक, अरेरा कॉलोनी स्थित एटीएम बूथ पर क्लोनिंग डिवाइस लगाकर विधायक के कार्ड का क्लोन तैयार किया था। इस डिवाइस से कार्ड की सारी जानकारी चोरी की गई और फिर उससे लगातार पैसे निकाले गए। बता दें कि एटीएम कार्ड क्लोनिंग से लगातार लोगों को चूना लगाने के मामले बढ़ रहे हैं।
एडिशनल डीसीपी के चाचा हैं पूर्व विधायक
अब ठगी का शिकार हुए पूर्व विधायक ने भी आम लोगों की तरह अपने पैसा वापस मिलने के इंतजार में हैं। साइबर क्राइम ब्रांच भोपाल की तरफ से ठगी का पैसा बरामद नहीं किए जाने से पूर्व विधायक परेशान हैं। वहीं पूर्व विधायक के भतीजे जो भोपाल में साइबर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी हैं, की तरफ को कोई बयान सामने नहीं है।
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बैंक कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप
अब इस साइबर ठगी के बाद पूर्व विधायक ने बैंक कर्मियों की भूमिका पर संदेह जताया है। उन्होंने बैंक कर्मचारियों पर ठगों के साथ मिलीभगत होने का आरोप लगाया है। पूर्व विधायक चौहान ने आरोप लगाया कि बैंक और साइबर क्राइम ब्रांच से सहयोग नहीं मिल रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि इतनी बड़ी ठगी बैंक कर्मचारियों और अपराधियों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं।
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