नौकरी दिलाने के नाम पर 50 लाख की ठगी करने वाले शातिर ठग गिरफ्तार, इस तरह वारदात को देते थे अंजाम

भोपाल। नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी bhopal cyber crime branch arrested करने बाले फर्जी कॉल सेंटर संचालक को भोपाल सायबर क्राइम भोपाल की टीम ने मैनपुरी उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किया है। तीन आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम यूपी के मैनपुरी गई थी जहां से इन्हें गिरफ्तार किया गया है। आरोपी दिल्ली और मैनपुरी में कॉलसेंटर चलाकर देश के अन्य राज्यों व मप्र के तकरीबन डेढ़ सौ लोगों से करीब 50 लाख रुपए की ठगी कर चुके हैं। पुलिस ने आरोपी आदित्य यादव, मनीष चौहान और भूपेन्द्र राठौर को गिरफ्तार किया है। आरोपी मैनपुरी के निवासी हैं।
उत्तरप्रदेश के मैनपुरी से गिरफ्तार किया गया
भोपाल एसपी साउथ साई कृष्णा थोटा ने बताया कि कोहेफिजा की रहने वाली फरियादी असमा खुर्शीद ने शिकायत की थी कि आईसीआईसीआई बैंक में जॉब दिलाने के नाम पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा 45 हजार 500 रुपए की धोखाधड़ी की गई। जिसके बाद क्राइम ब्रांच भोपाल में मामला दर्ज होने के बाद सायबर क्राइम भोपाल की टीम ने जांच-पड़ताल शुरू कर आरोपियों तक पहुंची और तीन आरोपियों को उत्तरप्रदेश के मैनपुरी से गिरफ्तार किया गया।
रजिस्ट्रेशन फीस मंगाते थे
एसपी थोटा ने बताया कि तीनों आरोपी क्विकर वेबसाइट के माध्यम से डाटा खरीदते थे और उसके बाद लोगों को कॉल करते थे। आईसीआईसीआई बैंक व एचडीएफसी बैंक में डाटा एंट्री व अन्य पदों पर नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी बैंक अधिकारी बनकर आवेदकों से दस्तावेज वॉट्सएप पर मंगाते थे, और कहते थे कि आपका नौकरी के लिए चयन हो गया है और यदि आप नौकरी करना चाहते हैं तो रजिस्ट्रेशन फीस मंगाते थे। यह आरोपी फर्जी गुगल-पे व पेटीएम के एकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवा लेते थे। साइबर क्राइम ने कार्रवाई करते हुए कुल 32 हजार 500 रुपए फ्रीज किए हैं और तीनों आरोपियों के पास से 6 मोबाइल, 7 सिम और अन्य दस्तावेजों को बरामद किया है।