भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल में लोकायुक्त की टीम ने पी डब्लू डी भोपाल के कार्यपालन यंत्री को 25000 रुपए की रिश्वत लेते हुए धर दबोचा है। लोकायुक्त भोपाल की टीम ने यह कार्रवाई महेंद्र पाण्डेय पिता श्रीरामनरेश पांडेय की शिकायत पर की है। जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता महेंद्र पांडेय पेशे से कांट्रेक्टर है। उसने 9 नवंबर को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त को लिखित शिकायत देते हुए कहा कि उसके द्वारा खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद संस्थान में बाउंड्री वॉल व एप्रोच रोड बनाने का काम किया गया था, लेकिन कार्यपालन यंत्री कमल सिंह कौशिक द्वारा किए गए काम के पेंडिंग बिल व सिक्योरिटी डिपॉजिट की राशि लगभग 67 लाख रुपए रिलीज करने के लिए एक प्रतिशत के हिसाब से रिश्वत राशि की मांग की गई है।
इस मामले में शिकायत का सत्यापन कराने के बाद आज शनिवार 12 नवंबर 22 को लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक भोपाल संभाग के निर्देशन में डीएसपी सलिल शर्मा व उनकी टीम शामिल इंस्पेक्टर आशीष भट्टाचार्य, इंस्पेक्टर मयूरी गौर व अन्य ने कार्रवाई की। आरोपी कौशिक को 25000 रुपए की रिश्वत लेते हुए नेहरू नगर चौराहे से पकड़ा है। जानकारी के मुताबिक रिश्वत राशि आरोपी द्वारा अपने शासकीय वाहन इनोवा क्रमांक एमपी 04BC05884 में रखवाई गई थी, जहां से रिश्वत राशि बरामद की गई। नेहरू नगर अतिव्यस्ततम चौराहा होने से कार्यवाही के लिए सुविधाजनक स्थान न होने से अग्रिम ट्रेप कार्रवाई थाना कमला नगर में की गई। ट्रैप दल के सदस्य डीएसपी डॉ. सलिल शर्मा (ट्रेपकर्ता अधिकारी), इंस्पेक्टर आशीष भट्टाचार्य इंस्पेक्टर मयूरी गौर, टीम में शामिल हैं।