Bhopal Bangladeshi Kinner Neha: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक बांग्लादेशी नागरिक अब्दुल कलाम जो पिछले करीब आठ वर्षों से ‘नेहा’ नाम से किन्नर का भेष धारण कर शहर में रह रहा था। उसने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से खुद को भारतीय नागरिक साबित किया और समाज के बीच पूरी तरह घुल-मिल गया।
भोपाल में किन्नर बनकर रह रहा बांग्लादेशी अरेस्ट, PC शर्मा ने बीजपी पर साधा निशाना, कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग का पलटवार #Bhopal #BhopalNews #PCSharma #VishvasSarang pic.twitter.com/ZbvFrGopbj
— Bansal News Digital (@BansalNews_) July 18, 2025
इंटेलिजेंस यूनिट की सतर्कता के चलते उसकी असली पहचान उजागर हुई है। फिलहाल वह भोपाल के तलैया थाने की पुलिस हिरासत में है और खुफिया एजेंसाएं उससे गहन पूछताछ कर रही हैं।
फर्जी दस्तावेजों से बनाई भारतीय पहचान
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि अब्दुल कलाम ने फर्जी आधार कार्ड, पते और अन्य पहचान से जुड़े दस्तावेज बनवाकर न सिर्फ भारतीय नागरिकता का दावा किया, बल्कि उन्हीं दस्तावेजों की मदद से वह सरकारी योजनाओं और सेवाओं का भी लाभ उठा रहा था। उसके पास से बरामद दस्तावेजों में पासपोर्ट जैसे संवेदनशील दस्तावेज भी शामिल हैं।
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8 साल से ‘नेहा किन्नर’ बनकर रह रहा था बुधवारा में
अब्दुल कलाम भोपाल के बुधवारा क्षेत्र में ‘नेहा किन्नर’ के नाम से रह रहा था। वह किन्नर समुदाय की टोली के साथ रहता था और उसी जीवनशैली को अपनाकर आसानी से आम लोगों की नजरों से बचा रहा। उसके हाव-भाव, पहनावा और रहन-सहन पूरी तरह से महिला जैसा था, जिससे सुरक्षा एजेंसियों को उस पर संदेह नहीं हुआ।
इंटेलिजेंस की सक्रियता से हुआ खुलासा
हाल ही में अवैध प्रवासियों के खिलाफ चली मुहिम के दौरान इंटेलिजेंस यूनिट को नेहा किन्नर पर शक हुआ। जब गहराई से जांच की गई, तो उसकी असली पहचान सामने आई और पुष्टि हुई कि वह बांग्लादेश का नागरिक है। इसके बाद उसे सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात को हिरासत में लिया गया।
कड़ी सुरक्षा में पूछताछ, महिला पुलिसकर्मी तैनात
तलैया थाने में अब्दुल कलाम से पूछताछ की जा रही है। चूंकि वह खुद को महिला बताता है और उसी तरह के कपड़े पहनता है, इसलिए उसकी निगरानी के लिए दो महिला आरक्षक तैनात की गई हैं। पुलिस ने मामले को बेहद गोपनीय रखा है और मीडिया से भी अधिक जानकारी साझा नहीं की जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर, संदिग्ध संपर्कों की जांच
पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि अब्दुल भोपाल में किसके संपर्क में था और क्या वह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था?
- उसके कॉल रिकॉर्ड, मोबाइल चैट्स और सोशल मीडिया गतिविधियों की जांच की जा रही है।
- कई संदिग्ध लोगों से उसके तार जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है।
- खुफिया एजेंसियों ने केंद्रीय जांच एजेंसियों को भी इस मामले की जानकारी भेज दी है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और सवाल
इस घटना को लेकर प्रदेश में राजनीतिक घमासान भी शुरू हो गया है। कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने कहा, यह खुफिया तंत्र की गंभीर विफलता है। जब एक बांग्लादेशी नागरिक आठ सालों से भोपाल में फर्जी पहचान के साथ रह रहा था, तो सुरक्षा एजेंसियां क्या कर रही थीं? और न जाने कितने घुसपैठिए अब भी मध्यप्रदेश में सक्रिय हैं।
उन्होंने यह भी आशंका जताई कि, ना जाने कितने और बांग्लादेशी नागरिक प्रदेश में फर्जी पहचान के साथ रह रहे होंगे। सरकार को इस पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
इस पर कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने पलटवार करते हुए कहा, हमारी सरकार अवैध घुसपैठियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। जो भी व्यक्ति गलत तरीके से रह रहा है, उसे पकड़ा जाएगा और कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई होगी।
सारंग ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा,जब हमने अन्य राज्यों में घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई की बात की, तो कांग्रेस ने उसका विरोध किया। कांग्रेस हमेशा ऐसे तत्वों को संरक्षण देती रही है।