भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल पहुंचीं केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने कहा कि आज यहां राष्ट्रऋषि श्री ठेंगड़ी की स्मृति में व्याख्यान माला में हिस्सा लेना मेरा सौभाग्य है। ठेंगड़ी जी को भारत में विभिन्न संस्थानों के निर्माण और विभिन्न वर्गो के कल्याण के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
सीतारमण ने कहा कि ब्रिटिश शासन काल के कठिन समय में भी उन्होंने जो कार्य किया, वह सराहनीय है। उन्होंने भारतीय मजदूर संघ के लिए संघर्ष किया। श्रमिकों के कल्याण से ही देश का कल्याण है। कम्यूनिज्म, केपिटलिज्म का अंत करने में दत्तोपंत जी की भूमिका रही है। स्व-रोजगार के क्षेत्र में भारत में स्टार्टअप तेजी से बढ़ रहे हैं। स्टार्टअप की क्रांति भारत के युवाओं की है।
वहीं इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारत प्राचीन, अद्भुत और महान राष्ट्र है। भारत ने ही दुनिया को ज्ञान का प्रकाश दिया है। भारत का स्थान सभ्यता और संस्कृति में सबसे आगे रहा है। पहले की तुलना में आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में वैश्विक अर्थ-व्यवस्था में भारत का योगदान 9.5 प्रतिशत तक पहुँच गया है। दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद की तरह दत्तोपंत ठेंगड़ी जी ने भी समाज को संगठित करने की दिशा में अद्भुत कार्य किया।
कार्यक्रम “21 वीं सदी के वैश्विक परिदृश्य में भारत का आर्थिक सामर्थ्य” विषय पर दत्तोपन्त ठेंगड़ी स्मृति राष्ट्रीय व्याख्यानमाला-2022′ का आयोजन रवींद्र भवन भोपाल में हुआ। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुईं। संस्थान के अध्यक्ष अशोक कुमार पाण्डेय भी उपस्थित थे।
वहीं संस्थान के निदेशक डॉ. मुकेश कुमार मिश्रा ने कहा कि श्रद्धेय ठेंगड़ी जी ऐसे महापुरूष हैं जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। वे श्रमिक जगत के अधिपति माने जाते हैं। वे कई भाषाओं के जानकार और साहित्यकार, विचारक, दार्शनिक, विधिवेत्ता के रूप में जाने जाते हैं।